भंडार की वजह से सिक्कों के उत्पादन पर सरकार ने लगाई रोक

भंडार की वजह से सिक्कों के उत्पादन पर सरकार ने लगाई रोक

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-11 06:39 GMT
भंडार की वजह से सिक्कों के उत्पादन पर सरकार ने लगाई रोक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के चार टकसालों (mints) में सिक्कों का ढेर लग गया है, जिस वजह से सिक्कों के उत्पादन को बंद कर दिया है। मामले की जानकारी रखने वालों ने बताया कि RBI के कोषागार नोटबंदी के दौरान कतारों में लगकर जमा कराई गई पेपर करेंसी से भरे हुए हैं और इसके चलते RBI टकसालों से कम सिक्के उठा रहा है। इस वजह से सिक्कों का भंडार बढ़ गया और अब इनकी मैन्युफैक्चरिंग पर रोक लगा दी गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की सिक्यॉरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के पास मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और नोएडा में टकसाल हैं। बुधवार को जारी मुंबई मिंट के इंटरनल नोटिस में कहा गया, "एसपीएमसीआईएल से मिले निर्देश के अनुसार, सभी कर्मचारियों को सूचित किया जा रहा है कि इंडिया गवर्नमेंट मिंट, मुंबई में सर्कुलेशन कॉइंस का उत्पादन तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाएगा।" साथ ही उसमें कहा गया था कि छापाखानों में बिना "ओवरटाइम" के कार्य के सामान्य घंटों में काम होता रहेगा।

सिक्का बंद करने के पीछे वजह बताई जा रही है कि नोटबंदी के बाद भारी मात्रा में सिक्के बनाए गए थे। ये सिक्के आरबीआई के स्टोर में काफी मात्रा में उपलब्ध हैं। सूत्रों की मानें तो 8 जनवरी तक 2500 एमपीसीएस सिक्कों का स्टोरेज है और यही कारण है कि RBI के अगले आदेश तक सिक्कों का प्रोडक्शन रोक दिया गया है। आपको बता दें कि 8 नवंबर 2016 को पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि आधी रात से 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद किया जा रहा है।

लोगों को नहीं होगी परेशानी

इस कदम से आम लोगों को परेशानी होने का डर नहीं है क्योंकि आरबीआई के पास सिक्कों की पर्याप्त आपूर्ति है। 24 नवंबर 2016 को उसके पास 1,2,5 और 10 रूपए के 676 करोड़ रुपए मूल्य के सिक्के थे। RBI के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि टकसालों से सिक्के इसलिए कम उठाए जा रहे हैं क्योंकि RBI के कोषागारों में पर्याप्त जगह ही नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां तो 500 और 1000 रुपए के वे नोट भरे हुए हैं, जिन्हें रद्द करार दिया गया था। नवंबर 2016 में नोटबंदी के चलते उस वक्त सर्कुलेशन में रहे नोटों का करीब 85 पर्सेंट हिस्सा अवैध करार दिया गया था। आरबीआई ने इस संबंध में सवालों के जवाब नहीं दिए हैं। हालांकि सिक्का ढलाई रोकने के कदम से कर्मचारी खुश नहीं हैं क्योंकि इससे उनके ओवरटाइम की मार पड़ी है। मुंबई मिंट के नोटिस में कहा गया, "मिंट में अब 9 जनवरी से सामान्य वर्किंग आवर्स रहेंगे। अगले आदेश तक कोई ओवरटाइम नहीं होगा।" 

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