GDP : सरकार का अनुमान घटा, ग्रोथ रेट 6.5% रहने की उम्मीद

GDP : सरकार का अनुमान घटा, ग्रोथ रेट 6.5% रहने की उम्मीद

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-05 14:03 GMT
GDP : सरकार का अनुमान घटा, ग्रोथ रेट 6.5% रहने की उम्मीद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ रेट का पूर्वानुमान जारी कर दिया है। साल 2017-2018 के बीच देश की GDP ग्रोथ 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। साल 2016-17 में GDP की ग्रोथ रेट 7.1% थी। यह पूर्वानुमान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वित्त मंत्रालय 2018 के बजट की तैयारी कर रही है और ये 1 फरवरी को प्रस्तुत होगा। बता दें कि वित्तीय वर्ष 2017-18 की सितंबर तिमाही में GDP की वृद्धि दर कुछ सुधार के साथ 6.3 प्रतिशत रही है। जून तिमाही में यह 5.7 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गई थी। सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (CSO) के द्वारा जारी आंकड़ों से यह बात सामने आई है।

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CSO ने कहा है कि वित्त वर्ष 2017-18 के लिए GDP वृद्धि का पूर्वानुमान 6.5 प्रतिशत किया गया, जो वित्त वर्ष 2016-17 के 7.1 प्रतिशत की तुलना में नीचे है। नोटबंदी और जीएसटी के बाद अर्थव्यवस्था की खराब हालत का आरोप झेल रही सरकार के लिए यह आंकडे़ किसी झटके से कम नहीं है। सरकार के इन जख्मों पर मरहम लगाते हुए केंद्रीय बैंक ने अनुमान लगाया है कि शेष दो तिमाहियों में वृद्धि दर 7 और 7.5 प्रतिशत के उच्चस्तर पर रहेगी।

CSO द्वारा जारी इस वित्त वर्ष के इन आंकड़ों से सरकार के लिए एक अच्छी खबर भी आई। CSO की इस रिपोर्ट में साल 2017-18 के दौरान प्रतिव्यक्ति आय में 5.3 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान जताया गया है। नए आंकड़े में साल 2017-18 के लिए जीवीए यानी ग्रॉस वैल्यू ऐडेड का अनुमान भी घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया गया है। पहले आरबीआई ने साल 2017-18 के लिए जीवीए के 6.7 होने का अनुमान लगाया था। GDP में से टैक्स को घटाकर जीवीए निकाला जाता है। 

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