जीएसटी से ऑर्गनाइज्ड ज्वैलरी सैक्टर की चांदी

जीएसटी से ऑर्गनाइज्ड ज्वैलरी सैक्टर की चांदी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-30 16:14 GMT
जीएसटी से ऑर्गनाइज्ड ज्वैलरी सैक्टर की चांदी

टीम डिजिटल, मुंबई। वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) में असंगठित क्षेत्र के कारोबारियों का कारोबार घटने से ऑर्गनाइज्ड ज्वैलरी सैक्टर की चांदी के रिटेल कारोबार को काफी फायदा होगा। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस नई अप्रत्यक्ष कर असंगठित क्षेत्र के कारोबारियों का कारोबार घटने की संभावना है।

रिपोर्ट की मानें तो इस उद्योग के सालाना कारोबार में फिलहाल अनऑर्गनाइज्ड सैक्टर का हिस्सा तीन-चौथाई है। आभूषण का आखरी मूल्य जीएसटी से एक प्रतिशत बढ़ेगा। क्रिसिल का अनुमान है कि फिलहाल अनऑर्गनाइज्ड सैक्टर के सर्राफा कारोबार का सालाना राजस्व 2.85 लाख करोड़ रुपए है।

क्रिसिल का कहना है कि जीएसटी के अलावा अन्य उपायों मसलन दो लाख रुपए से अधिक के लेनदेन पर रोक और गोल्ड जमा योजनाओं से भी ऑर्गनाइज्ड सैक्टर के खिलाड़ियों को फायदा होगा। जीएसटी के क्रियान्वयन के साथ एक अप्रैल, 2017 से दो लाख रुपए से अधिक की नकद खरीद पर रोक से उपभोक्ता ऑर्गनाइज्ड सैक्टर की ओर जाएंगे।

क्रिसिल रेटिंग्स के निदेशक अमित भावे ने कहा कि कुल कर दर में मामूली वृद्धि से मांग पर विशेष असर नहीं होगा। इसके अलावा सप्लाई चेन की दक्षता में सुधार और पारदर्शिता से ऑर्गनाइज्ड सैक्टर के कारोबारियों को फायदा होगा और मध्यम अवधि में उनकी बाजार हिस्सेदारी बढ़ेगी।

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