नोटबंदी के बाद ITR बदलने वाले जांच के घेरे में

नोटबंदी के बाद ITR बदलने वाले जांच के घेरे में

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-24 18:18 GMT
नोटबंदी के बाद ITR बदलने वाले जांच के घेरे में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद लोगों ने बड़े पैमाने पर ITR बदले हैं। ऐसे करीब 30,000 मामले सामने आए हैं। आयकर विभाग अब इन लोगों की पहचान जुटा रहा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने सोमवार को बताया कि पिछले साल 8 नवंबर के बाद दाखिल आईटीआर की तुलना जब पहले के रिकॉर्ड्स के साथ की गई तो ये मामले सामने आए। उन्होंने बताया कि इन मामलों में कार्रवाई की जा रही है।

सुशील चंद्रा ने कहा कि 'ऑपरेशन क्लीन मनी' के पहले चरण के बाद यह पाया गया कि कुछ करदाताओं ने अपने सभी बैंक खातों की जानकारी आयकर विभाग को नहीं दीं। उन्होंने बताया कि विभाग उन लोगों से संपर्क कर रहा है जिनके बैंक खातों में नोटबंदी के बाद संदिग्ध रूप से नकदी जमा कराई गई। उन्होंने बताया कि भारत में एंट्री रेट टैक्स 5 प्रतिशत है जो पूरी दुनिया में सबसे कम रेट्स में से एक है। उन्होंने हाल ही में लागू किए गए बेनामी लेनदेन (निषेध) कानून पर बात करते हुए बताया कि 233 मामलों में 840 करोड़ रुपये मूल्य के अटैचमेंट किए जा चुके हैं। उन्होंने कई शेल कंपनियों के पास बेनामी संपत्ति होने के बारे में बताया। उन्होंने ऐसे मामलों में कार्रवाई किए जाने की बात भी कही। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि देश में आयकरदाताओं की संख्या बढ़कर पिछले वित्त वर्ष के आखिर तक 6.26 करोड़ हो गई जो कि पहले लगभग चार करोड़ थी। 

 

Similar News