AC कोच में यात्रियों को मिलेंगे मुलायम, साफ और हल्के कंबल 

AC कोच में यात्रियों को मिलेंगे मुलायम, साफ और हल्के कंबल 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-05 05:46 GMT
AC कोच में यात्रियों को मिलेंगे मुलायम, साफ और हल्के कंबल 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने कैग की आलोचना के बाद AC दर्जे के डिब्बों में यात्रियों को मिलने वाले बेडरोल की गुणवत्ता को सुधारने की बात कही है। रेलवे बोर्ड ने कहा है कि AC कोच में अब मुलायम, साफ और हल्के कंबल मिलेंगे। नए कंबल मुलायम, हल्के और साफ होंगे। स्लीपर कोच के यात्रियों को फिलहाल पुराने कंबलों से ही काम चलाना पड़ेगा।

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की पिछले साल संसद में पेश की गई रिपोर्ट में कंबलों की गुणवत्ता और सफाई को लेकर रेलवे की खिंचाई की गई थी। कंबलों से जुड़ी शिकायतों को दूर करने के लिए रेलवे ने ढाई साल पहले भुगतान आधारित डिस्पोजेबल कंबलों की स्कीम प्रारंभ की थी, लेकिन इस वैकल्पिक योजना को यात्रियों ने तरजीह नहीं दी।

फिलहाल ट्रेन के एसी दर्जे में मोटे किस्म के ऊनी कंबलों की आपूर्ति की जाती है। भारी होने के कारण इन्हें जल्दी-जल्दी धोना मुश्किल होता है। यही वजह है कि 2 महीने में एक बार इनकी धुलाई की जाती है। हालांकि कई बार इससे भी ज्यादा समय हो जाता है। इससे गंदगी के कारण इनमें गंध आने लगती है।

दिए जाएंगे हल्के और गर्म कंबल 

यात्री ट्रेनों में घाटे के कारण रेलवे कंबलों की गुणवत्ता सुधारने से बचती रही है, लेकिन अब सोच बदली है। एसी कोच में सप्लाई के लिए नए बेहतर मानक वाले कंबल खरीदे जाएंगे। जहां मौजूदा ऊनी कंबल दो किलोग्राम से अधिक वजन के होते हैं। वहीं नए कंबलों का वजन मात्र 450 ग्राम होगा। इसके लिए इनमें ऊनी रेशों की मात्रा कम (15 फीसदी) और सिंथेटिक फाइबर की मात्रा अधिक (60 फीसदी नायलॉन) रखी जाएगी।

जल्द होगी धुलाई

इन कंबलों के चारों ओर साटिन पाइपिंग होगी। रेलवे बोर्ड द्वारा दिए गए निर्देश के मुताबिक इन कंबलों को महीने में 2 बार धुला जाएगा। जिससे इसकी लाइफ दो साल की रह जाएगी। वर्तमान में रेलवे में मिलने वाले कंबल छोटे होते हैं, जिनका वजन 2.2 किलोग्राम का होता है।ये कंबल 2 महीने में एक बार धुलते हैं। गौरतलब है कि रेलवे में बोडरोल को लेकर कैग ने रेलवे को फटकार लगाई थी।

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