भारत को विनिर्माण हब बनाने प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से मांगे विचार (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

भारत को विनिर्माण हब बनाने प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से मांगे विचार (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

IANS News
Update: 2020-06-27 13:00 GMT
भारत को विनिर्माण हब बनाने प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से मांगे विचार (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद से देश को वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने के लिए यथार्थवादी विचार (आइडिया) मांगे हैं।

प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को ऐसे मूल और यथार्थवादी विचारों को पेश करने के लिए कहा है, जो औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार पैदा करने के लिए एक नीति में बदल सके।

प्रधानमंत्री ने 20 जून की शाम पांच बजे शुरू हुई 165 मिनट की अपनी वर्चुअल (वीडियो कांफ्रेंस) बातचीत में मंत्रियों को अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने के लिए कहा।

इस दौरान मोदी ने चीन के साथ ही विनिर्माण चुनौतियों के बारे में बातचीत की। वार्ता के लिए वर्चुअल प्लेटफॉर्म को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा स्थापित किया गया था।

रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री सहित कुछ मंत्री इस बातचीत में मौजूद नहीं थे।

मंत्रियों को 19 जून को बातचीत के एजेंडे के बारे में बताया गया था। उस दौरान प्रधानमंत्री ने मंत्रियों को योग्य सुझावों पर अपनी प्रस्तुतियां (प्रेजेंटेशन) देने के लिए कहा, मगर एक मंत्री को छोड़कर बाकी किसी की भी प्रेजेंटेशन तैयार नहीं थी।

इस बैठक के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने आईएएनएस को यह जानकारी दी है।

सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं करने के लिए कुछ मंत्रियों की खिंचाई भी की। उन्होंने कहा कि मंत्री कोई राजा या रानी नहीं हैं और न ही वे राजसी सत्ता में हैं। उन्होंने कहा कि सभी (मंत्रियों) ने इस स्थिति तक पहुंचने के लिए वर्षों से जमीनी स्तर पर संघर्ष किया है और अभी तक कोई भी नवीन विचार सामने नहीं आ रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि वह विभागों, मंत्रालयों या नौकरशाहों से विचार नहीं चाहते हैं और मंत्रियों को अपने स्वयं के मूल और यथार्थवादी विचारों के साथ आने को कहा गया है, जिन्हें लागू किया जा सकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि नौकरशाह अपने पहले कार्यकाल के दौरान शासन के नए विचारों और आईडिया से कैसे विमुख हैं। उन्होंने मंत्रियों से नौकरशाहों के शब्दों को अंतिम शब्द (फाइनल वर्डस) के रूप नहीं लेने के लिए भी कहा।

यह इंगित करते हुए कि भारत के वर्तमान आर्थिक विकास का प्रमुख चालक सेवा क्षेत्र है, प्रधानमंत्री ने उन्हें ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा कि देश को वैश्विक विनिर्माण केंद्र कैसे बनाया जाए।

बाद में 25 जून को कुछ मंत्री प्रधानमंत्री के निवास पर गए और सुबह 11 बजे से 12.30 बजे के बीच उन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने वे सुझाव और विचार प्रस्तुत किए कि भारत कैसे एक विनिर्माण केंद्र बन सकता है।

चीन के खिलाफ अविश्वास बढ़ रहा है और सरकार व्यापार निर्भरता को कम करना चाहती है। प्रधानमंत्री ने देश को विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है।

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