भारी वित्तीय घाटे से जूझ रही PNB बैंक, अब नए ग्राहकों को रखना होगा 5000 मिनिमम बैलेंस
भारी वित्तीय घाटे से जूझ रही PNB बैंक, अब नए ग्राहकों को रखना होगा 5000 मिनिमम बैलेंस
- अब 15 सितंबर तक बचत खाता खोलने वालों को खाते में कम से कम 5 हजार रुपए रखना होगा।
- भारी वित्तीय घाटे से जूझ रही पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने ग्राहकों को जोड़ने के लिए नया अभियान छेड़ दिया है।
- महानगर में पांच हजार और ग्रामीण इलाके में ढाई हजार रुपए जमा रखने जरूरी होंगे।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारी वित्तीय घाटे से जूझ रही पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने ग्राहकों को जोड़ने के लिए नया अभियान छेड़ दिया है। हालांकि इसने नए कस्टमर्स को लुभाने की बजाए परेशानी खड़ी कर दी है। 15 सितंबर तक बचत खाता खोलनेवालों को खाते में कम से कम 5 हजार रुपए रखना होगा। महानगर में पांच हजार और ग्रामीण इलाके में ढाई हजार रुपए जमा रखने जरूरी होंगे। इसी तरह अगर करंट खाता खोलना है, शहरी इलाकों के खाते में 10 हजार रखने होंगे।
यह सब बैंक का बैैलेंस बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है। 1 अगस्त से शुरू हुआ अभियान 15 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान बचत खाता खोलने वालों को 5 हजार और करंट खाता खोलन पर 10 हजार रुपए जमा करने होंगे है। तो ग्रामीण इलाके में बचत खाते के लिए 2500 और करंट खाते के लिए 5 हजार जमा करने जरूरी हैं। जबकि PNB में चेक और एटीएम के लिए एक हजार रुपए जमा कर बचत खाता खोला जाता है। अब 5 हजार जमा करने पड़ रहे हैं। 15 सितंबर तक खाता मेंटेन करना खाताधारकों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में किसी को यदी अचानक रकम की जरूरत पड़ी, तो खाताधारक रकम निकाल सकते हैं।
बी. महापात्रा, सर्कल हेड पंजाब नेशनल बैंक मुताबिक मुख्य कार्यालय ने देश भर में इंटर ब्रांच प्रतियोगिता शुरू की हैै। 30 सितंबर से शुरू हुआ यह अभियान 15 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान बैंक ने उत्कृष्ट काम करनेवाली शाखाआें को सम्मानित करने का भी फैसला किया है। राष्ट्रीय, जोन और सर्कल स्तर तक ऐसा किया जाएगा।
माना जा रहा है कि इस अभियान से बैंक की तिजोरी में जबरदस्त रकम जमा होगी। लेकिन खाताधारक को इसका कोई लाभ नहीं मिलेगा। महंगाई के इस दौर में बचत खाते में 5 हजार रखना सामान्य लोगों के लिए चुनौती से कम नहीं हैं।
आपको बतादें नीरव मोदी के महाघोटाले से प्रभावित पंजाब नैशनल बैंक (PNB) को वित्त वर्ष 2018-19 के पहले क्वॉर्टर में भारी नुकसान झेलना पड़ा है। खबरों के मुताबिक, अप्रैल-जून क्वॉर्टर में PNB को 940 करोड़ रुपए का घाटा सहन करना पड़ा। जबकि पिछले साल इस क्वॉर्टर में बैंक को 343 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
भारत के चौथे सबसे बड़े बैंक के लिए पिछला कुछ वक्त अच्छा नहीं कहा जा सकता। पिछले वित्त वर्ष के आखिरी क्वॉर्टर में बैंक को 13,417 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। यह उसका अबतक का सबसे बड़ा घाटा था। हालांकि बैंक इस घाटे से उबरने के लिए पुरजोर कोशिशों में जुटी है।