रेपो रेट में गिरावट से शेयर बाजार गिरा, रियल्टी सेक्टर में उछाल
रेपो रेट में गिरावट से शेयर बाजार गिरा, रियल्टी सेक्टर में उछाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद शेयर बाजार में बुधवार को गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 98 अंक कमजोर होकर 32476 के स्तर पर और निफ्टी 33 अंक की कमजोरी के साथ 10081 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप 0.02 परसेंट की बढ़त और स्मॉलकैप 0.36 परसेंट की कमजोरी के साथ कारोबार कर बंद हुआ है। बैंक (0.27 परसेंट), ऑटो (0.33 परसेंट), फाइनेंशियल सर्विस (0.42 परसेंट), मेटल (0.20 परसेंट), फार्मा (0.67 परसेंट) और रियल्टी (0.21 परसेंट) की कमजोरी देखने को मिल रही है।
रियल्टी सेक्टर में खरीदारी
RBI की मौद्रिक नीति समीक्षा का सबसे बड़ा असर रियल्टी सेक्टर पर आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा। होम लोन के साथ ही कार लोन के भी सस्ते होने के आसार हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा खरीदारी रियल्टी सेक्टर में देखने को मिल रही है। बैंक (0.27 परसेंट), ऑटो (0.23 परसेंट), फाइनेंशियल सर्विस (0.20 परसेंट), एफएमसीजी (0.32 परसेंट), आईटी (0.05 परसेंट), मेटल (0.03 परसेंट) औ फार्मा (0.40 परसेंट) की बढ़त देखने को मिल रही है।
हीरो मोटो कॉर्प टॉप गेनर
दिग्गज शेयर्स की बात करें तो निफ्टी में शुमार शेयर्स में से 26 हरे निशान में और 25 गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी हीरो मोटो कॉर्प, एनटीपीसी, ल्यूपिन, बॉश लिमिटेड और रिलायंस के शेयर्स में है। वहीं, गिरावट एसीसी, डॉ रेड्डी, हिंदुस्तान यूनिलिवर, ओएनजीसी और एलटी के शेयर्स में हैं।
रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट क्या है?
रेपो रेट वो दर होती है, जिसमें रिजर्व बैंक सभी बैंकों को लोन देता है। अगर रेपो रेट घट रही है तो इसका मतलब है कि बैंकों के पास ज्यादा पैसा है और वो मार्केट को लोन दे सकता है। इसी तरह रिवर्स रेपो रेट वो है, जिसमें रिजर्व बैंक सभी बैंकों को ब्याज देता है।