RBI ने किया खुलासा, नोटबंदी के बाद 4 खरब रुपए घट गई थी लोगों की शुद्ध संपत्ति

RBI ने किया खुलासा, नोटबंदी के बाद 4 खरब रुपए घट गई थी लोगों की शुद्ध संपत्ति

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-13 14:32 GMT
RBI ने किया खुलासा, नोटबंदी के बाद 4 खरब रुपए घट गई थी लोगों की शुद्ध संपत्ति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी तिमाही रिपोर्ट पेश करते हुए एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के बाद आम लोगों को बड़ा भारी नुकसान उठाना पड़ा था, जिसकी भरपाई अब तक नहीं हो सकी है। रिपोर्ट में बताया है कि नोटबंदी के बाद लोगों की शुद्ध संपत्ति 4 खरब रुपए घट गई थी, जो वर्तमान माह तक नहीं सुधरी है।

RBI ने अपनी यह रिपोर्ट ‘हाउसहोल्‍ड फायनेंशियल एसेट्स एंड लायबलिटीज’ नाम से जारी की है। इस रिपोर्ट में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 1000 और 500 के पुराने नोटों को वापस लेने के फैसले का स्‍पष्‍ट प्रभाव दिखा है। RBI की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर, 2016 में ग्रॉस फायनेंशियल एसेट्स (सकल वित्‍तीय संपत्तियां) का कुल मूल्‍य 141 ट्रिलियन रुपए था। दिसंबर, 2016 तक इसमें चार ट्रिलियन रुपए की कमी आई और यह आंकड़ा 137 ट्रिलियन तक पहुंच गया था।

RBI की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारतीय लोग आमतौर पर बचत करने वाले और अर्थव्‍यवस्‍था में वित्‍तीय संसाधन की आपूर्तिकर्ता के तौर पर जाने जाते हैं। हालांकि, वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में नेट फायनेंशियल एसेट्स में नकारात्‍मक बदलाव दिखा है, जो नोटबंदी के प्रभाव को दर्शाता है।’

नोटबंदी के बाद हाउसहोल्‍ड के फायनेंशियल एसेट्स के स्‍वरूप में भी उल्‍लेखनीय बदलाव देखने को मिला है। सितंबर, 2017 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्‍पाद) की तुलना में करेंसी होल्डिंग्‍स में भी गिरावट दर्ज की गई है। नोटबंदी से पहले यह जहां 10.6 फीसद था, वहीं बड़े नोटों को वापस लेने की घोषणा के बाद यह आंकड़ा 8.7 फीसद तक पहुंच गया।

बता दें क‍ि पीएम मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। हाउसहोल्‍ड फायनेंशियल एसेट्स आउटस्‍टैंडिंग अमाउंट में भी छह फीसद तक की कमी दर्ज की गई। वर्ष 2017 की अंतिम तिमाही में भी यह आंकड़ा सितंबर, 2016 के मुकाबले कहीं कम है।

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