RBI ने रेपो रेट घटाई, होम और कार लोन सस्ता होने के आसार बढ़े

RBI ने रेपो रेट घटाई, होम और कार लोन सस्ता होने के आसार बढ़े

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-02 10:35 GMT
RBI ने रेपो रेट घटाई, होम और कार लोन सस्ता होने के आसार बढ़े

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महंगाई की दरों में हाल में आई कमी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कमी का ऐलान कर दिया। हालांकि रिजर्व बैंक ने कुछ राज्यों में किसानों को ऋण माफी का जिक्र करते हुए इस बात पर चिंता जताई कि ऐसे कदम से राज्यों की वित्तीय स्थिति पर प्रभाव पड़ेगा और इसके देश की वित्तीय नीति में दूरगामी असर देखने मिलेंगे। 

रिजर्व बैंक की वित्तीय नीति संबंधी कमेटी की बैठक के बाद जारी बयान में रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि महंगाई में आई नरमी के मद्देनजर नीतिगत दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती की गई है। अब रेपो दर 6.25 प्रतिशत से घटकर 6.0 प्रतिशत और रिवर्स रेपो दर 6.0 प्रतिशत से 5.75 प्रतिशत हो गई है। यह कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। इसी तरह से मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी (एमएसएफ) दर और बैंक दर भी 6.50 प्रतिशत से घटकर 6.25 प्रतिशत हो गई है।   

4 मेंबर रेपो रेट कम करने के पक्ष में थे

रेपो रेट पहले 6.25 प्रतिशत थी जो अब घटकर 6 प्रतिशत हो गई है। मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के 6 में से 4 सदस्य रेट कट के पक्ष में थे। कमिटी के सदस्य प्रो. रविंद्र ढोलकिया ने तो आधे प्रतिशत की कटौती की सिफारिश की थी। हालांकि, यह समिति में सर्वमान्य नहीं हुई। इस लिहाज से उम्मीद की जा सकती है कि दो महीने बाद होनेवाली अगली मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में भी चौथाई प्रतिशत की कटौती का फैसला लिया जाएगा। इधर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने माना कि जीएसटी को पूरे देश में बड़ी सहजता से लागू कर लिया गया। उन्होंने कहा, "अच्छे मॉनसून और जीएसटी के सहजता से लागू हो जाने की वजह से कमिटी को नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फैसला लेने में आसानी हुई।" 

रिजर्व बैंक का आज का कदम देश की आर्थिक नीति पर वेट एंड वाॅच जैसा माना जा रहा है। हाल ही में यह खबर आई थी कि कोयला, बिजली, इस्पात जैसे कोर सेक्टरों में उत्पादन गिरा है। साथ ही जीएसटी पर अमल को लेकर कमोडिटी मार्केट भी निरुत्साहित है। ऐसे में कमेटी ने कहा कि रेपो रेट में गिरावट महंगाई दर को 4 प्रतिशत के अनुमानित स्तर तक कायम रखने में सफल रहेगी। 

30 लाख के होम लोन पर 488 रुपए की बचत 
रिजर्व बैंक की इस कटौती के बाद बैंकों के पास ज्यादा लिक्विडिटी बनी रहेगी और बैंकों को इसका फायदा ब्याज दरें घटाकर ग्राहकों तक पहुंचाना ही होगा। इससे अब आपके घर और कार लोन की ईएमआई घटने की उम्मीद बढ़ गई है।  मान लीजिए आपने 30 लाख का होम लोन 20 साल की अवधि के लिए है और उस पर अभी आपको 9.5 फीसद की दर से ब्याज देना पड़ रहा है तो आपकी ईएमआई 27,964 रुपए होगी। लेकिन अब नीतिगत ब्याज दरों में चौथाई फीसद की कटौती होने के बाद आपको अपने होमलोन पर 27,476 रुपए की ईएमआई देनी होगी। यानी आपको सीधे तौर पर 488 रुपए की बचत होगी। इसी तरह कार लोन भी सस्ता होने की उम्मीद है।

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