एमबीए एडमिशन प्रोसेस में बड़ी गलती, टॉप 28 में से 8 का सीईटी स्कोर गलत

एमबीए एडमिशन प्रोसेस में बड़ी गलती, टॉप 28 में से 8 का सीईटी स्कोर गलत

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-22 05:44 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर।  प्रदेश में जारी एमबीए पाठ्यक्रम की सेंट्रलाइज एडमिशन प्रोसेस में बड़ी गलती सामने आई है। स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट सेल ने बगैर स्टूडेंट्स के स्कोर कार्ड ठीक से जांचे अंतिम मेरिट लिस्ट जारी करके सीटें आवंटित कर दी है। ऑल इंडिया अंतिम मेरिट लिस्ट में टॉप 28 विद्यार्थियों में से 8 स्टूडेंट्स का सीईटी स्कोर गलत है। इससे कई होनहार स्टूडेंट्स का स्कोर रैंक पिछड़ गई है। 

एडमिशन के लिए ऐसी है प्रक्रिया

दरअसल, एमबीए पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को पहले प्रवेश परीक्षा देनी होती है। विद्यार्थी महाराष्ट्र स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एमएचसीईटी), एम्स टेस्ट फॉर मैनेजमेंट एडमिशन्स (एटमा), मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (मैट), कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (सी-मैट) जैसी प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर कॉलेज में सीट पाते हैं। जानकारी के अनुसार, इस वर्ष कुछ विद्यार्थियों ने एटमा का स्कोर बढ़ा-चढ़ा कर एमबीए की प्रवेश प्रक्रिया में आवेदन किया। यहां तक कि सुविधा केंद्रों पर उनका वेरिफिकेशन भी हो गया और इस कारण अंतिम मेरिट लिस्ट में उनका नाम भी चढ़ गया। इसी मेरिट लिस्ट के आधार पर सीट आवंटित हुई और कॉलेजों में प्रवेश भी हो रहे हैं। 

यह हुई गलती

द एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैनेजमेंट स्कूल (एम्स) द्वारा ली जाने वाली पिछली चार एटमा परीक्षा का रिजल्ट देखें तो परीक्षा में किसी भी विद्यार्थी को 99.98 परसेंटाइल से अधिक नहीं मिला है, जबकि सीईटी सेल द्वारा जारी की गई एमबीए की ऑल इंडिया अंतिम मेरिट लिस्ट में टॉप 28 विद्यार्थियों का स्कोर कार्ड देखें तो इसमें से 8 विद्यार्थियों का एटमा स्कोर 99.99 परसेंटाइल दर्शाया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि पिछले चार एटमा टेस्ट में जब किसी विद्यार्थी को 99.99 परसेंटाइल मिला ही नहीं हैं, तो फिर सीईटी सेल द्वारा जारी मेरिट लिस्ट में 8 विद्यार्थियों को 99.99 परसेंटाइल कैसे दर्शाया जा रहा है। 

स्टूडेंट्स बता रहे धांधली है

सीईटी सेल द्वारा मेरिट लिस्ट जारी करने में हुई गलती के कारण विद्यार्थी आक्रोश में है। विद्यार्थियों ने change.org पर ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान छेड़ कर इस पर ध्यानाकर्षित करने की कोशिश की है। विद्यार्थियों के अनुसार उन्होंने डीटीई से लेकर शिक्षा मंत्री तक को इस धांधली की शिकायत की लेकिन कोई हल नहीं निकला। विद्यार्थियों के अनुसार कुछ लोगों ने फर्जी स्कोर कार्ड के आधार पर टॉप 28 में जगह बनाई है। एआरसी केंद्र उनकी इस धांधली को पकड़ नहीं पाए।

मामूली गलती हुई है : डीटीई

मामले में डीटीई नागपुर सहसंचालक डॉ.सी.एस.थोरात से संपर्क करने पर उन्होंने स्वीकार किया कि मेरिट लिस्ट में दर्शाए जा रहा 99.99 परसेंटाइल का स्कोर एटमा परीक्षा का नहीं है। लेकिन उन्होंने सफाई दी कि यह स्कोर सी-मैट परीक्षा का है, मेरिट लिस्ट जारी करते वक्त गलती से सी-मैट की जगह एटमा छप गया, लेकिन इससे प्रवेश प्रक्रिया में कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रविवार होने के कारण उन्हें इस बारे में केवल प्राथमिक जानकारी मिली है। सोमवार को वे इस पर और गहन पड़ताल करके ही कुछ कह सकेंगे।

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