जबलपुर: गढ़ा बाजार में 36 फीट की रोड को कर दिया 10 फीट में कन्वर्ट

  • कुछ जगह तो हालात ऐसे कि शाम के वक्त एक दोपहिया वाहन तक को निकलने में मशक्कत से गुजरना पड़ता है
  • दुकानों के सामने 15 से 20 फीट तक दुकानदारों ने कर लिया है अतिक्रमण
  • किसी भी तरह से सड़क को चौड़ा करने के लिए प्रयास ही नहीं हुये हैं।

Safal Upadhyay
Update: 2024-05-09 09:56 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गढ़ा बाजार से यदि किसी को पण्डा मढ़िया और त्रिपुरी और उससे आगे धनवंतरी नगर और अंधमूक चौराहा तक जाना हो तो बीच के हिस्सें में सड़कों के कब्जे अच्छी खासी परीक्षा लेते हैं।

गढ़ा बाजार वाले हिस्से में दशा ऐसी है कि शाम के वक्त एक चार पहिया वाहन के निकलते ही पीछे सड़क जाम होने के साथ वाहनों की कतार लग जाती है। इस तरह की समस्या इसलिए पैदा हो रही है क्योंकि गढ़ा बाजार में भैरव मंदिर की सीमा से जो सड़क पर अवैध कब्जे शुरू होते हैं तो आगे राधा-कृष्ण मंदिर तक कहीं भी अतिक्रमण या अवैध कब्जा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।

गर्मियों के इन दिनों में लोगों ने अपनी दुकान की सामग्री बाहर रखने के साथ उतने ही हिस्से को पाइप और बाँस-बल्लियों से ढाँकना भी शुरू कर दिया है। 36 फीट की सीमेण्टेड सड़क में यह दशा है कि मुश्किल से 10 फीट की जगह ही लोगों को निकलने के लिए मिल पाती है।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस इलाके में हालात एकदम कस्बाई हैं, यदि अतिक्रमण सख्ती से न हटाये गये तो किसी भी तरह से दशा सुधरने वाली नहीं है।

आनंद कुंज तिराहे से गढ़ा बाजार उससे आगे पण्डा मढ़िया की सीमा तक सड़क को बीते 40 सालों में चौड़ा नहीं किया जा सका है और सड़कों पर तो नगर निगम ने बीते सालों में फिर कुछ वर्क किया लेकिन इस हिस्से में किसी भी तरह से सड़क को चौड़ा करने के लिए प्रयास ही नहीं हुये हैं।

अतिक्रमणों से परेशान क्षेत्र के लोग कहते हैं कि बीटी तिराहा, आनंद कुंज, गढ़ा बाजार और आगे के हिस्से में सड़क मास्टर प्लान में 60 फीट है लेकिन कभी इसको 40 से 50 फीट तक नहीं बनाया जा सका। हर बार दबाव में इस मार्ग की चौड़ाई से समझौता हुआ और अब बढ़ती आबादी के साथ कब्जे बढ़ने से परेशानी बेतहाशा बढ़ चुकी है।

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