जबलपुर: शेड्यूल एक्स की दवाओं के लिए प्रिस्क्रिप्शन एच-2 की दवाइयों पर बार कोड होगा जरूरी

  • नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देश
  • बार कोड न होने पर वापस करनी होंगी दवाएँ
  • निर्देशों के अनुसार शेड्यूल एच2 की दवाओं पर क्यूआर कोड/बारकोड लगाना अनिवार्य किया गया है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-25 12:53 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। दवा दुकानों की जाँच में अनियमितताएँ और गड़बड़ियों के मामले सामने आने के बाद नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन मध्य प्रदेश द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके बाद जिले में भी विभाग ने सभी दवा विक्रेताओं को निर्देशों का पालन करने कहा है।

जारी निर्देशों के अनुसार शेड्यूल एच2 की दवाओं पर क्यूआर कोड/बारकोड लगाना अनिवार्य किया गया है, वहीं जिन औषधियों पर क्यूआर कोड/बारकोड नहीं है उन्हें स्टॉकिस्ट या निर्माता को वापस भिजवाना सुनिश्चित करें।

शेड्यूल एच, एच1 एवं एक्स के अंतर्गत आने वाली दवाओं का विक्रय डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर फार्मासिस्ट की उपस्थिति में ही किया जाए, साथ ही ऑक्सीटोसिन एवं अन्य प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर रोक लगाई गई है।

इसके अलावा कोडीन, ब्यूप्रीनारफीन, अल्प्रज़ोलम एवं अन्य नारकोटिक औषधियों और नशे के रूप में दुरुपयोग की जाने वाली दवाओं एविल, पाकाविल आदि का विक्रय बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं करने के लिए कहा गया है।

अलग से करें जेनेरिक दवाओं का संग्रहण

जारी निर्देशों के अनुसार दवा विक्रेताओं को दुकान में जेनेरिक दवाओं के संग्रहण के लिए अलग से व्यवस्था करनी होगी, जो कि लोगों काे स्पष्ट नजर आए।

इसके अलावा एंटी बायोटिक का विक्रय अनिवार्य रूप से रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर के प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर ही किया जाए। वहीं फूड सप्लीमेंट या न्यूट्रास्यूटिकल्स का विक्रय करने वाले दवा दुकानदारों को एफएसएसएआई का रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंस रखना होगा।

क्या होती हैं शेड्यूल एच और एक्स दवाएँ

जानकारी के अनुसार शेड्यूल एच में 536 और एच 1 में 46 दवाएँ शामिल हैं जिन्हें बिना डॉक्टर के पर्चे के फार्मासिस्ट बेच नहीं सकते हैं। शेड्यूल एच दवाओं के लेबल पर ‘Rx’ लिखा होता है और लाल अक्षरों में चेतावनी भी लिखी होती है। इन दवाओं का सेवन नशे के तौर पर भी किया जाता है।

शेड्यूल एक्स में नारकोटिक और साइक्लॉजिकल दवाएँ आती हैं, जो अत्यंत प्रभावी और नशीली भी होती हैं। ये दवाएँ सीधे दिमाग पर प्रभाव करती हैं, जिसके चलते गलत खुराक व ओवरडोज के कारण यह घातक भी साबित हो सकती है। शेड्यूल एक्स दवाएँ खरीदने के लिए डॉक्टर की पर्ची जरूरी है।

Tags:    

Similar News