दबे पाँव हो सकती है डेंगू और चिकनगुनिया की दस्तक, घर के पास न पनपने दें मच्छर

सावधानी में ही सुरक्षा: जिला मलेरिया विभाग के आँकड़ों में फिलहाल राहत विशेषज्ञों के अनुसार सतर्कता बरतेंगे तो होगा मच्छर जनित रोगों से बचाव

Safal Upadhyay
Update: 2023-08-07 09:24 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

मानसून की दस्तक के साथ जिला मलेरिया विभाग ने सक्रियता बढ़ा दी है, हालाँकि अभी तक डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के मामलों में एकाएक बढ़ोत्तरी देखने नहीं मिली है। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते हुए जलभराव के बाद मच्छरों का प्रकोप बढ़ सकता है, ऐसे में विशेषज्ञ सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दबे पाँव डेंगू और चिकनगुनिया की दस्तक हो सकती है, ऐसे में घर के आसपास मच्छर न पनप पाएँ इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। जिले में 1 जनवरी से लेकर अब तक शासकीय रिकॉर्ड में 4 मलेरिया पीड़ित मिलने की पुष्टि हुई है। वहीं बीते माह जुलाई में डेंगू और चिकनगुनिया के 7-7 मामले सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं।

गमले, फ्रिज और कूलर में पनपते हैं मच्छर

जानकारों की मानें तो घरों में गमले, फ्रिज और कूलर जैसे संसाधन ही मच्छर के बढ़ने की वजह हैं, क्योंकि इनमें साफ पानी कई दिनों तक भरा रह जाता है। कूलर का पानी हर हफ्ते खाली करना चाहिए और सूखने के बाद ही फिर से भरना चाहिए। इसी तरह फ्रिज के पिछले हिस्से में लगी ट्रे में भी मच्छर पनपने का खतरा बन रहा है।

साफ पानी में होता है डेंगू का मच्छर

मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार डेंगू-चिकनगुनिया के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर दिन के समय ही काटता है। इसके शरीर में सफेद चकत्ते साफ चमकते हुए दिखाई देते हैं। यह साफ पानी में ही पनपता है। जबकि एनाफिलीज मच्छर मलेरिया के लिए जिम्मेदार होते हैं। यह गंदे पानी एवं अन्य गंदगी वाली जगहों पर पनपते हैं। यह ज्यादातर रात में काटते हैं।

मानसून की दस्तक के साथ मच्छर जनित रोगों का खतरा हर वर्ष बढ़ने लगता है, ऐसे में जिला मलेरिया विभाग अलर्ट मोड पर है। डेंगू-चिकनगुनिया लार्वा पनपने के संभावित स्थलों का निरीक्षण टीमों द्वारा नगर निगम के साथ किया जा रहा है। विभाग द्वारा वर्षभर सर्वे भी कराया जाता है।

डॉ. आरके पहारिया, जिला मलेरिया अधिकारी

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