जबलपुर: बस अंतिम क्षणों का रोमांच, कल से थम जाएगा चुनावी शोर-गुल

  • केवल घर-घर दी जा सकेगी दस्तक, जिला निर्वाचन कार्यालय जुटा तैयारियों में
  • अब मतदान सामग्री वितरण और मतदान केन्द्रों पर नजर
  • 48 घंटों के दौरान उम्मीदवार केवल घर-घर जाकर ही मतदाताओं से संपर्क कर सकेंगे।

Safal Upadhyay
Update: 2024-04-16 08:11 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पाँच साल बाद आया लोकसभा चुनाव अब बस चंद दिनों का, यूँ कहें कि कुछ ही घंटों का बचा है। बुधवार की शाम से चुनावी शोर-गुल पूरी तरह से खामोश हो जाएगा। यह अलग बात है कि इस चुनाव में बहुत अधिक शोर-गुल हो भी नहीं पाया।

लोकसभा चुनावों का मतदान 19 अप्रैल की सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा, जिसके लिए चुनाव सामग्री वितरण और मतदान केन्द्रों की तैयारियों को लेकर जाेरदार तैयारी की जा रही है।

बुधवार 17 अप्रैल की शाम 6 बजे से चुनाव प्रचार थम जाएगा और इस अवधि के बाद चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार या राजनीतिक दल अपने चुनावी प्रचार के लिए न तो जुलूस एवं आम सभाएँ आयोजित कर सकेंगे और न ही लाउड स्पीकर का उपयोग कर सकेंगे।

इन 48 घंटों के दौरान उम्मीदवार केवल घर-घर जाकर ही मतदाताओं से संपर्क कर सकेंगे।

आज कराना होगा निर्वाचन व्यय लेखे का निरीक्षण

जबलपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को मंगलवार 16 अप्रैल को अपने निर्वाचन व्ययलेखा का तीसरा निरीक्षण जिला निर्वाचन कार्यालय के एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सेल में कराना होगा।लोकसभा चुनाव के अंतर्गत जबलपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को अपने व्यय लेखे का मतदान अवधि तक तीन बार परीक्षण कराने के निर्देश दिए गए थे।

दो सौ मीटर के बाहर स्थापित होंगे निर्वाचन बूथ

लोकसभा चुनाव के तहत मतदान के दिन मतदाताओं को गैर सरकारी पहचान पर्चियाँ बाँटने के लिए उम्मीदवारों को अपने निर्वाचन बूथ मतदान केन्द्रों के 200 मीटर के दायरे के बाहर ही स्थापित करने की अनुमति होगी।

निर्वाचन आयोग ने अपने निर्देशों में स्पष्ट किया है कि 200 मीटर की दूरी के बाहर मतदाताओं को गैर सरकारी पहचान पर्चियाँ बाँटने के लिए एक छतरी अथवा त्रिपाल के नीचे केवल एक मेज तथा दो कुर्सियाँ रखने की अनुमति होगी।

दो दिनों में 297 डाक मतपत्र डाले गए

लोकसभा चुनाव के तहत चुनाव ड्यूटी पर तैनात ऐसे 196 शासकीय सेवकों ने दूसरे दिन सोमवार को मॉडल स्कूल स्थित सुविधा केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जिन्हें डाक मतपत्र से मतदान की सुविधा प्रदान की गई है।

इनमें जबलपुर जिले के दूसरे जिलों में चुनाव ड्यूटी पर तैनात 94 तथा दूसरे जिलों के जबलपुर जिले में तैनात 102 शासकीय सेवक शामिल हैं। इस प्रकार रविवार 14 अप्रैल से डाक मतपत्र से मतदान की दी गई इस सुविधा का लाभ उठाकर पिछले दो दिनों में ऐसे 297 शासकीय सेवक अपने वोट डाल चुके हैं। मंगलवार को अंतिम दिन भी मतदान किया जाएगा।

नहीं की जा सकेगी मतों की याचना

भारत निर्वाचन आयोग के मुताबिक मतदान के दिन मतदान केन्द्र पर और मतदान केन्द्र के 100 मीटर के दायरे में स्थित किसी भी सार्वजनिक या निजी स्थानों पर मतों की याचना को प्रतिबंधित किया गया है।

17 अप्रैल की शाम 6 बजे से बंद रहेंगी शराब दुकानें

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आदेश जारी कर 17 अप्रैल की शाम 6 बजे से मतदान की समाप्ति अर्थात 19 अप्रैल की शाम 6 बजे तक शुष्क दिवस घोषित किया है। 4 जून को मतगणना के दिन को भी शुष्क दिवस घोषित किया गया है।

मतदान सामग्री वितरण व वापसी के संबंध में बैठक आयोजित

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सक्सेना ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में सभी नोडल अधिकारियों और एआरओ की बैठक लेकर मतदान सामग्री वितरण व वापसी के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि मतदान सामग्री का वितरण जेएनकेवीवी परिसर से 18 अप्रैल को सुबह 5.45 बजे से शुरू हो जाएगा, स्ट्रॉन्ग रूम सुबह 4 बजे खुलेगा। बैठक में यातायात व्यवस्था, रूट, सेक्टर, रिजर्व दल, माइक्रो ऑब्जर्वर, कोडिंग एवं कार्य, साइनेज व टेबलों में स्टीकर आदि सामग्री वितरण से संबंधित संपूर्ण व्यवस्थाओं पर आवश्यक निर्देश दिए।

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