जबलपुर: अब बिना शटडाउन लिए आधुनिक मशीन से होगा हाई टेंशन लाइनों का मेंटेनेंस

  • ट्रांसको ने खरीदीं मशीनें, काम शुरू
  • सुधार के लिए जो मशीनें लाई हैं उनकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है
  • आधुनिक मशीन के जरिए एक बटन दबाकर ही लाइनमैन सीधे तार के पास पहुँच जाता है

Safal Upadhyay
Update: 2024-04-29 10:01 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मप्र पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी को अब अपनी अति उच्च दाब लाइनों के रूटीन मेंटेनेंस के लिए बिजली की सप्लाई बंद नहीं करनी पड़ेगी। प्राकृतिक कारणों को छोड़ दें तो लाइनों के रूटीन और इमरजेंसी मेंटेनेंस बिना शटडाउन लिए ही किया जा सकेगा।

इसके लिए कंपनी ने आधुनिक मशीनें ली हैं। इसके जरिए कम समय में बिना किसी जोखिम के मेंटेनेंस का कार्य किया जा सकेगा। जानकारी के अनुसार मप्र पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी अपनी 400 केवी, 220 केवी और 132 केवी अति उच्च दाब लाइनों के मेंटेनेंस के लिए आधुनिक मशीनों का उपयोग कर रही है।

इसके लिए कंपनी ने नई तकनीक से युक्त इंसुलेटेड एरियल प्लेटफॉर्म खरीद कर अपनी मेंटेनेंस टीम को दिया है। हालाँकि ट्रांसमिशन कंपनी पहले से ही बेयर हैंड तकनीक के द्वारा चालू लाइनों में मेंटेनेंस किया करती थी परन्तु इसकी भी कुछ सीमाएँ थीं। इसलिए मप्र पाॅवर ट्रांसमिशन कंपनी प्रबंधन ने सुधार कार्य के लिए आधुनिक मशीनें खरीदी हैं।

इंसुलेटेड पोशाक और जूते पहनकर होगा मेंटेनेंस

जानकारी के अनुसार नई मशीनों की खासियत यह है कि चालू लाइन में लाइनमैन करीब 8 से 10 किलो वजनी इंसुलेटेड पोशाक और जूते पहनकर चालू लाइन में मेंटेनेंस का कार्य कर सकता है।

अभी पिछले दिनों इसी मशीन के जरिए 220 केवी जबलपुर से विनोबा भावे लाइन का एक इंसुलेटर, लाइन को बंद किए बिना ही इसी तकनीक से बदला गया। इससे शहर में व्यवधान नहीं हुआ।

ट्रांसमिशन कंपनी ने अपनी लाइनों के सुधार के लिए जो मशीनें लाई हैं उनकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है। आधुनिक मशीनें ब्राजील के उपकरणों से बनी हैं तथा उनको भारत में असेम्बल किया गया है।

आधुनिक मशीन के जरिए एक बटन दबाकर ही लाइनमैन सीधे तार के पास पहुँच जाता है। सेम वोल्टेज पर व्यक्ति के चार्ज हो जाने के कारण करंट भी नहीं लगता। इसके कारण कम समय में तारों का मेंटेनेंस किया जा सकता है।

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