जबलपुर: विश्वविद्यालय के जर्जर भवनों में बैठकर पढ़ाई कर रहे छात्र

  • फार्मेसी विभाग के छात्रों को रसायन शास्त्र विभाग की कक्षाओं में बैठना पड़ रहा है।
  • अगर बढ़ी संख्या में छात्र प्रवेश लेते हैं तो फिर ऐसी बिल्डिंग में बैठाकर बाहरी छात्रों को पढ़ाई कराई जाएगी
  • भवन की हालत देखकर लगता है कि भवन का मेंटेनेंस कभी नहीं किया जाता।

Safal Upadhyay
Update: 2024-04-26 11:22 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में वर्षों पुराने और जर्जर भवनों में कई कक्षाएँ लग रही हैं और इन भवनों में बैठकर ही छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। विवि ने पूरे देश से छात्रों को एडमिशन देने प्रक्रिया शुरू कर दी है।

अगर बढ़ी संख्या में छात्र प्रवेश लेते हैं तो फिर ऐसी बिल्डिंग में बैठाकर बाहरी छात्रों को पढ़ाई कराई जाएगी। अगर इस दौरान कोई घटना हो गई तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। विवि प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।

विश्वविद्यालय के कुछ विभागों में काम भी हुआ है, लेकिन इसे भी आधा-अधूरा करके छोड़ दिया गया है। जानकारी के अनुसार रसायन शास्त्र विभाग में कार्य अधूरा पड़ा हुआ है, यहाँ का सेमिनार हाॅल जर्जर है। इसकी दीवारों पर दरारें पड़ गई हैं।

ये दरारें चौड़ी होती जा रही हैं, जिससे भवन के भसकने का खतरा बढ़ गया है। इसी तरह राजशेखर भवन, विक्रम साराभाई भवन सहित कई विभागों की बिल्डिंग में मेंटेनेंस का काम होना है लेकिन कराया नहीं जा रहा। विवि में नैक टीम भी आने वाली है, इन भवनों की अगर मरम्मत नहीं हुई तो आगे दिक्कत भी होगी।

टाॅयलेट भी हैं बदहाल

विवि के विभाग जैसे राजशेखर भवन के अर्थशास्त्र, सोशियोलाॅजी, दर्शनशास्त्र, संस्कृत विभाग समेत कई विभागों के टाॅयलेट बदहाल हैं। कई के नल टूटे हैं जिससे पानी बहता रहता है। भवन की हालत देखकर लगता है कि भवन का मेंटेनेंस कभी नहीं किया जाता।

भवन का अभी तक रंग-रोगन तक नहीं हुआ। बारिश के पानी से दीवारों पर काई जम गई है। इसी तरह फार्मेसी विभाग का भवन बनाने स्थान चिन्हित हो गया है लेकिन कई वर्ष बाद भी यहाँ काम शुरू नहीं हुआ।

स्थिति यह है कि फार्मेसी विभाग के छात्रों को रसायन शास्त्र विभाग की कक्षाओं में बैठना पड़ रहा है।

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