जबलपुर: बांधवगढ़ जैसी घटना हमारी काॅलोनी में होगी क्या तब जागेगा वन विभाग

  • नयागाँव सोसाइटी में तेंदुओं के मूवमेंट से काॅलोनीवासी भयभीत
  • कहा- लापरवाही बरत रहा वन विभाग का अमला
  • शिकायत की गई, तो वन विभाग ने इसे अफवाह बताकर पल्ला झाड़ लिया था।

Safal Upadhyay
Update: 2024-05-06 12:09 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे पनपथा बफर जोन के ग्राम बड़ी बेल्दी में तीन दिन पूर्व आधी रात को तेंदुए ने एक घर में घुसकर सोती हुई बच्ची पर हमला कर दिया था। उक्त घटना काे लेकर एमपीईबी स्थित नयागाँव सोसाइटी के रहवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

दरअसल काॅलोनीवासी इस बात से परेशान हैं, कि उनकी काॅलोनी में भी पिछले तीन-चार साल से कई तेंदुए लगातार मूवमेंट कर रहे हैं। लेकिन वन विभाग की तरफ से तेंदुओं को रहवासी एरिया से दूर करने या उनके रेस्क्यू के लिए अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।

बांधवगढ़ की घटना को लेकर काॅलोनी के लोग एक दूसरे को मोबाइल पर मैसेज भेजकर या प्रत्यक्ष रूप से मिलकर इस बात की चर्चा कर आशंका जता रहे हैं, कि जब हमारी काॅलोनी के घर में तेंदुए किसी पर हमला करेंगे तब वन विभाग की नींद टूटेगी।

नयागाँव सोसाइटी के अध्यक्ष रजत भार्गव ने बताया कि अप्रैल 2018 से ठाकुरताल की पहाड़ी से काॅलोनी में तेंदुओं का मूवमेंट शुरू हुआ था। शुरुआती दौर में जब वन विभाग से इसकी शिकायत की गई, तो वन विभाग ने इसे अफवाह बताकर पल्ला झाड़ लिया था।

लेकिन जब कई लोगों ने तेंदुए की तस्वीरें और वीडियो सबूत के तौर पर सौंपे तो वन विभाग ने पेट्रोलिंग के साथ पिंजरे लगाए थे। लेकिन वन विभाग की सारी कोशिशें असफल रहीं। श्री भार्गव के अनुसार इसके बाद सोसाइटी की तरफ से लगातार शिकायतें की गईं, लेकिन वन विभाग ने हमेशा नियमों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया।

यहाँ पहले एक या दो तेंदुओं का मूवमेंट था, लेकिन अब 5 से 6 तेंदुए लगातार काॅलोनी में लगभग हर दूसरे दिन मूवमेंट करते हुए दिखते हैं, ऐसे में पालतू पशुओं व महिलाओं-बच्चों पर हमले का डर बना रहता है।

श्री भार्गव ने बताया कि बांधवगढ़ की घटना की खबरें वायरल होने के बाद सोसाइटी में दहशत और भी बढ़ गई है। जिसके संबंध में वन विभाग को सूचित कर दिया गया है, लेकिन हमेशा की तरह नियमों का हवाला देकर कार्रवाई नहीं की जा रही है।

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