अभियान: मेयो में शुरू हुआ जांच अभियान, खर्रा तंबाकू मिलने पर वसूलेंगे 200 रु. जुर्माना

मेयो में शुरू हुआ जांच अभियान, खर्रा तंबाकू मिलने पर वसूलेंगे 200 रु. जुर्माना
  • जहां-तहां पीकदान के चित्र बनाने वालों की खैर नहीं
  • सैकड़ों की संख्या में खर्रा व तंबाकू की पुड़ियां जब्त
  • मेयो के अधिष्ठाता के निर्देश पर जांच अभियान शुरू

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) परिसर में जहां-तहां पीकदान के चित्र बने नजर आते हैं। नई-पुरानी इमारतें, सीढ़ियां, कोने समेत पीने के पानी के ठिकानों तक पान, खर्रा, तंबाकू की पीक से खराब हो चुके हैं। इसकी दखल मेयो के अधिष्ठाता डॉ. रवि चव्हाण ने ली है। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देकर परिसर में खर्रा, तंबाकू व पान खाकर थूकनेवालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके अंतर्गत मंगलवार से जांच अभियान शुरू किया गया है। पहले ही दिन सैकड़ों की संख्या में खर्रा व तंबाकू की पुड़ियां जब्त की गई हैं। अब जिनके पास खर्रा व तंबाकू की पुड़िया मिलेगी, उनसे 200 रुपए जुर्माना वसूला जाएगा।

टीम तैयार करने के निर्देश दिए: जांच करने के लिए सुरक्षा रक्षकों को बताया गया है। सूत्रों ने बताया कि कुछ अटेंडेंट, वर्ग 4 के कुछ पुरुष कर्मचारी, कुछ स्वच्छता कर्मचारी समेत ओपीडी में आनेवाले अधिकतर मरीज व मरीजों के परिजन आदि बड़ी संख्या में तंबाकू, खर्रा खाकर या लेकर पहुंचते हैं। उनके शौक के कारण परिसर में गंदगी हो रही है। पीकदान से दीवाराें समेत अनेक स्थान दागदार बन चुके हैं। इसपर रोक लगाने के लिए टीम तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार मेयो की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए मंगलवार को महाराष्ट्र सुरक्षा बल की सहसंचालक जयदेव आखरे के मार्गदर्शन में परिसर में परेड की गई। सहसंचालक ने जवानों को विविध विषयों पर मार्गदर्शन किया।

शहर में 5 ठिकानों पर पुलिस की छानबीन : फर्जी दस्तावेज का उपयोग कर अपने बच्चों को आरटीई अंतर्गत प्रवेश दिलानेवाले 17 पालकों के खिलाफ सीताबर्डी थाने में मामला दर्ज होते ही हडकंप मच गया। इस मामले के सामने आते ही कई दलाल फरार हो गए। सीताबर्डी के वरिष्ठ थानेदार आसाराम चोरमोले के मार्गदर्शन में शहर के 5 ठिकाने पर पुलिस के विशेष दस्ते ने छानबीन की। सीताबर्डी में शाहिद नामक व्यक्ति के कार्यालय में भी छानबीन किए जाने की चर्चा है। चर्चा यह भी है कि आरटीई अंतर्गत धनाढय लोगों के बच्चों को प्रवेश दिलाया गया। इसके पीछे किसका हाथ इसकी छानबीन शुरू हो चुकी है।


Created On :   22 May 2024 8:02 AM GMT

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