12 वीं का छात्र मोबाइल से कर रहा था नकल, पकड़े जाने पर शिक्षक की पिटाई

12 वीं का छात्र मोबाइल से कर रहा था नकल, पकड़े जाने पर शिक्षक की पिटाई

Anita Peddulwar
Update: 2020-03-03 05:27 GMT
12 वीं का छात्र मोबाइल से कर रहा था नकल, पकड़े जाने पर शिक्षक की पिटाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  राज्य शिक्षा मंडल द्वारा 12वीं कक्षा के बायॉलाॅजी पेपर के दौरान शहर के एक परीक्षा केंद्र में हंगामा हुआ। मोबाइल फोन पर नकल करते पकड़े जाने पर विद्यार्थी ने परीक्षा कक्ष में तैनात शिक्षक की ही पिटाई कर दी। 

जानकारी के अनुसार मामला शहर के उमरेड रोड स्थित नव प्रतिभा हाईस्कूल परीक्षा केंद्र का है।  11 बजे परीक्षा शुरू हुई। स्कूल की इमारत के दूसरे मंजिल में भी परीक्षा कक्ष था। यहां विद्यार्थी पर्चा लिख रहे थे। परीक्षा खत्म होने को आधे घंटे से भी कम वक्त बचा था। तब ही  कक्ष में तैनात एक शिक्षक ने देखा कि एक परीक्षार्थी मोबाइल साथ में रख कर पेपर लिख रहा है। शिक्षक ने विद्यार्थी काे नकल करते रंगे हाथ पकड़ लिया। इससे विद्यार्थी डरने या परेशान होने की जगह आक्रोशित हो गया। उसने पहले तो शिक्षक से मोबाइल फोन वापस मांगा। जब शिक्षक के आगे उसकी नहीं चली तो गुस्से में आकर परीक्षार्थी ने शिक्षक को ही दो घूंसे जड़ दिए। 

सेंटर पर हुआ हंगामा बीच-बचाव में जुटे परीक्षक
देखते ही देखते परीक्षा कक्ष में हंगामा हो गया। बीच-बचाव करने दूसरे परीक्षक भी आए। आक्रोशित विद्यार्थी को नीचे ले जाया जा रहा था कि पिटे हुए शिक्षक को भी गुस्सा आ गया और उसने पीछे से ही विद्यार्थी को चांटा जड़ दिया। इससे विवाद और भड़क गया। विद्यार्थी ने वहां मौजूद हर एक शिक्षक को देख लेने की धमकी तक दे डाली। इस पूरे वाकये से परीक्षा केंद्र में करीब आधा घंटा तक हंगामा होता रहा। केंद्र पर तैनात कुछ शिक्षकों ने विद्यार्थी को पुलिस को सौंपने की बात कही। लेकिन मामला ज्यादा तूल न पकड़े इसलिए परीक्षा केंद्र के स्तर से मामले को दबाने की कोशिश की गई। पुलिस तक बात पहुंची ही नहीं। 

चुप्पी साधे हैं अधिकारी
इस मामले में परीक्षा केंद्र सहित बोर्ड के अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। परीक्षा केंद्र पर बतौर एग्जाम कंडक्टर नियुक्त शिक्षक डाफरे से फोन पर संपर्क किया गया। उन्होंने घटना के संबंध में बात नहीं की। उन्होंने कहा कि वह एक कार्यक्रम में व्यस्त हैं। केंद्र ने मामले में अपने स्तर पर क्या कार्रवाई की और पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की, इस प्रश्न का भी कोई उत्तर नहीं दिया गया। वहीं बोर्ड के विभागीय अध्यक्ष रविकांत देशपांडे ने फोन का कोई उत्तर नहीं दिया।

 

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