रिकॉर्ड टाइम में 27 रेल कोचों को मोबाइल वार्ड में बदला- चिकित्सकीय सुविधाओं से किया सुसज्जित
रिकॉर्ड टाइम में 27 रेल कोचों को मोबाइल वार्ड में बदला- चिकित्सकीय सुविधाओं से किया सुसज्जित
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोविड-19 के खिलाफ देशव्यापी जंग में सबसे पहले सहयोग करते हुए जबलपुर रेल मंडल ने रिकॉर्ड टाइम में 27 रेल कोचों को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित करने में सफलता हासिल की है। वरिष्ठ मंडल यांत्रिकी अभियंता एनके मिश्रा ने बताया कि जबलपुर रेल मंडल को 27 रेल कोचों को मोबाइल वार्ड में तब्दील करने के लिए 10 अप्रैल तक का लक्ष्य दिया गया था। इस काम को गंभीरतापूर्वक करते हुए जबलपुर मंडल ने निर्धारित अवधि से 2 दिन पहले ही अपने टास्क को पूरा कर दिखाया है। बाकी का काम आज 8 अप्रैल को पूरा कर लिया जाएगा। श्री एनके मिश्रा ने बताया कि जबलपुर मंडल को पश्चिम मध्य रेलवे ने 27 कोचों को मोबाइल वार्ड में बदलकर जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था, जिसे समय की जरूरत मानते हुए मंडल प्रबंधक संजय विश्वास के मार्गदर्शन में और वरिष्ठ मंडल यांत्रिकी अभियंता विश्व लाल के निर्देश पर मंडल के यांत्रिक विभाग की टीम ने लगातार प्रयास करके मंडल के 27 कोचों को मोबाइल वार्ड में तब्दील कर लिया है।
आइसोलेशन वार्ड के रूप में मौजूद रहेंगे
वरिष्ठ मंडल यांत्रिकी अभियंता श्री मिश्रा ने बताया कि मंडल द्वारा तैयार किए गए मोबाइल कोच जल्द ही जबलपुर, मदन महल, कटनी, सतना, रीवा, नरसिंहपुर आदि स्टेशनों पर मोबाइल वार्ड के रूप में कोरोना के मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे। इस संबंध में रेलवे ने अपनी जानकारी विगत दिवस कलेक्टर जबलपुर भरत यादव द्वारा आहूत बैठक में रेलवे की ओर से दी थी। जिसमें बताया गया था कि प्रत्येक कोच में 8 केबिन बनाए जा रहे हैं, जिसे तैयार करने के लिए कोच की मिडिल बर्थ को हटा दिया गया। मोबाइल वार्ड तैयार होने के बाद अब इन कोचों में अंदरूनी सजावट के तौर पर जल्द ही पर्दे और मच्छरदानी लगाने का काम पूरा किया जाएगा।