खुले में पड़ी 97 हजार क्विंटल धान, किसानों की 70 करोड़ की राशि रुकी

खुले में पड़ी 97 हजार क्विंटल धान, किसानों की 70 करोड़ की राशि रुकी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-14 15:48 GMT
खुले में पड़ी 97 हजार क्विंटल धान, किसानों की 70 करोड़ की राशि रुकी

डिजिटल डेस्क, शहडोल। जिले में धान का उपार्जन जिस गति से हो रहा है, परिवहन और भुगतान उस हिसाब से नहीं हो रहा है। विभिन्न खरीदी केंद्रों में 90 हजार क्विंटल से अधिक धान खुले में पड़ी हुई है। वहीं अभी तक करीब 98 करोड़ रुपए की खरीदी हो चुकी है और किसानों को इसका आधा भी भुगतान नहीं किया गया है। किसानों का करीब 70 करोड़ रुपए का भुगतान लंबित है।

खुले आसमान के नीचे पड़ी है धान
जिले में धान उपार्जन के लिए कुल 43 केंद्र बनाए गए हैं। विभिन्न केंद्रों में सोमवार तक कुल 5 लाख 62 हजार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। इनमें से सबसे अधिक 27 हजार 935 क्विंटल धान की खरीदी सहकारी समिति देवगांव खड्डा में की गई है। समिति से अभी भी 3671 क्विंटल धान पड़ी हुई है। इसका परिवहन नहीं हो सका है। इसी तरह सहकारी समिति सामतपुर में 2000 क्विंटल धान, केशवाही में 1790 क्विंटल, चन्नौड़ी में 6000 क्विंटल, झींकबिजुरी में 3000 क्विंटल, पलसऊ में 3000 क्विंटल, बनसुकली में 2700 क्विंटल समेत सभी केंद्रों में धान खुले में पड़ी हुई है।

स्टॉक के लिए जगह ही नहीं
बताया जाता है कि ब्यौहारी, जयसिंहनगर, बुढ़ार, गोहपारू में धान रखने की जगह ही नहीं बची है। सिर्फ शहडोल में जगह बची है। जहां धीरे-धीरे धान को ले जाया जा रहा है। दीया पीपर के बंद गोदाम का भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया है। जरूरत पड़ी तो वहां भी धान का भंडारण कराया जा सकता है। मंगलवार को धान खरीदी का अंतिम दिन है। एक दिन पहले ही पिछले साल की तुलना में 1 लाख 11 क्विंटल  से अधिक की खरीदी हो चुकी है। पिछले वर्ष कुल 4 लाख 67 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। अभी मंगलवार को भी खरीदी होनी है। इस बार आंकड़ा 6 क्विंटल तक पहुंचने का अनुमान है।

रोज खाता देख रहे किसान
जानकारी के अनुसार किसानों को धान का भुगतान भी काफी देरी से हो रहा है, जबकि एक सप्ताह के भीतर भुगतान करने का प्रावधान है। अभी तक 98 करोड़ से अधिक की खरीदी हो चुकी है, लेकिन किसानों के खातों में सिर्फ 30 करोड़ रुपए ही आए हैं। 68 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान अभी भी अटका हुआ है। इधर अपनी धान बेच चुके किसान रोजाना अपना खाता चेक कर रहे हैं, लेकिन उनके खातों में राशि नहीं पहुंच रही है। इस बार धान की खरीदी 1750 रुपए क्विंटल के हिसाब से की जा रही है। किसानों को ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है। बताया जाता है कि भोपाल स्तर से ही पेमेंट में देरी हो रही है।

परिवहन के लिए लगे 90 वाहन
नागरिक आपूर्ति निगम ने धान परिवहन के लिए सुनील कुमार कुकरेती को ठेका दिया है। अधिकारियों ने बताया कि धान के परिवहन में 90 वाहन लगाए गए हैं। विभिन्न स्थानों से धान का परिवहन कराया जा रहा है। चूंकि शहडोल में भंडारण के लिए स्थान बचा है। बाणगंगा का मेला भी सोमवार से शुरू हो गया है और बायपास रोड बंद हो गया है। यहां रात के समय धान का परिवहन कराया जाएगा।

कहां कितनी धान खुले में पड़ी
उपार्जन केंद्र     धान क्विंटल में
सुखाढ़               8800
रसमोहनी           7800
पपरेड़ी              6200
चन्नौड़ी              6000
जनकपुर           6000
ठेंगरहा             5700
पपौंध               5500
करकी             3778
देवगांव खड्डा     3671
चुहिरी              3200
झींकबिजुरी      3000
पलसऊ          3000
बनसुकली       2700
सिंधली           2500
चचाई            2400

इनका कहना है
आखिरी दिनों में ज्यादा मात्रा में खरीदी हो रही है, इसलिए समितियों में ज्यादा मात्रा में धान पड़ी हुई है। परिवहन कराया जा रहा है। एक-दो दिन के भीतर सभी स्थानों से धान व्यवस्थित कर दी जाएगी।
आरबी तिवारी, जिला प्रबंधक

एक नजर में

जिले में उपार्जन केंद्र: 43
धान उपार्जन का रेट: 1750 रुपए प्रति क्विंटल
अब तक हुई खरीदी: 5 लाख 61 हजार क्विंटल
रेडी टू ट्रांसपोर्ट धान: 5 लाख 56 हजार क्विंटल
अब तक परिवहन:   4 लाख 63 हजार क्विंटल

खरीदी की कुल राशि: 99 करोड़ रुपए
किसानों को भुगतान: 30 करोड़ रुपए
भुगतान बकाया: 69 करोड़

 

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