शोपियां में आतंकियों से लड़ते हुए अकोला का जवान शहीद, जिले में शोक की लहर
शोपियां में आतंकियों से लड़ते हुए अकोला का जवान शहीद, जिले में शोक की लहर
डिजिटल डेस्क, अकोला। जम्मू-कश्मीर में शोपियांं में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए अकोला के जवान सुमेध वामन गवई के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ सोमवार सुबह 11 बजे अंतिम विदाई दी जाएगी। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित कर संवेदना व्यक्त करने का सिलसिला आरंभ हुआ, जो देर रात तक जारी रहा।
बालापुर तहसील अंतर्गत आने वाले लोणाग्रा निवासी वामन गवई एक छोटे किसान हैं। उनके घर में जन्मे मिलनसार सुमेध में बचपन से ही देश सेवा का जज्बा था। 2011 में वे भारतीय सेना में शामिल हुए। उनका चयन राष्ट्रीय राइफल्स के महार रेजीमेंट में हुआ था। पिछले 6 सालों से देश सेवा कर रहे सुमेध के विवाह करने की तैयारी में परिवार जुटा हुआ था। 15 अगस्त के बाद वे छुट्टियों पर आनेवाले थे, लेकिन किस्मत को यह मंजूर नहीं था। उल्लेखनीय है कि सुमेध के छोटे भाई वैभव गवई का चयन भी राष्ट्रीय राइफल्स में हुआ है, जो फिलहाल प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनके परिवार में माता-पिता, 1 बहन और 1 भाई है।
अमर हुआ मेरा बेटा : वामन गवई
"मेरे बेटे की आकस्मिक मौत का मुझे और मेरे परिवार को बहुत ज्यादा दुख है, लेकिन देश की सेवा में वह अमर हुआ, मुझे इसका गर्व है। " शहीद सुमेध के पिता वामनराव गवई के इन शब्दों को सुनकर उपस्थितों की आंखे नम हो गईं।
परिवार को दी सांत्वना
जिले के पालकमंत्री डा. रणजीत पाटील ने उनके परिवार को सांत्वना दी। डा. पाटील ने कहा कि देश सेवा में कर्तव्य निभाते समय हमारा वीर जवान शहीद हुआ है। उसका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमें सुमेध पर गर्व है। उसके परिवार की सरकारी स्तर से मदद की जाएगी। वहीं युवाओं को प्रोत्साहन मिले, इसलिए यहां स्मारक का निर्माण किया जाएगा।