आदि रंग - गुदुंब बाजा नृत्य ने मचाई धूम, हमेशा याद रहेेगा व्यंजनों का स्वाद

समारोह में अलग-अलग जिलों के कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियां   आदि रंग - गुदुंब बाजा नृत्य ने मचाई धूम, हमेशा याद रहेेगा व्यंजनों का स्वाद

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-27 09:42 GMT
 आदि रंग - गुदुंब बाजा नृत्य ने मचाई धूम, हमेशा याद रहेेगा व्यंजनों का स्वाद

डिजिटल डेस्क बालाघाट । शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के खेल मैदान में 23 अक्टूबर से आयोजित तीन दिवसीय आदि रंग उत्सव-2021 का भव्य अंदाज में समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में प्रतिभागी कलाकारों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए गए तीन दिनों के इस कार्यक्रम में विशेष जनजाति समूहों की प्रस्तुतियां, पारम्परिक खेलकूद, जनजातीय शिल्प कलाओं के विक्रय हेतु आदिशिल्प, जनजातीय संस्कृति के परिचय कराते चित्रों पर आधारित प्रदर्शनी आदिबिम्ब, पारम्परिक जनजातीय व्यंजनों के विक्रय के लिए आदिव्यंजन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रदेश के धार, झाबुआ, बैतूल, छिंदवाड़ा, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, बड़वानी सहित 11 जिलों के जनजातीय कलाकारों ने अपनी शिल्प कलाओं एवं पारम्परिक व्यंजनों के विक्रय हेतु स्टॉल लगाये थे। कार्यक्रम में गुदुम बाजा नृत्य, बैगा नृत्य, कोरकू नृत्य, भगोरिया, शैला नृत्य एवं पंडवानी की प्रस्तुतियां दी गईं। अंतिम दिन गुदुंब बाजा नृत्य ने धूम मचा दी। दर्शक भी इस नृत्य में खुद को झूमने से नहीं रोक पाए। लोगों ने कहा कि यहां लगे फूड स्टॉल के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद हमेशा के लिए याद रहेगा। 
बड़वानी की बेंडा रोटी और साग आई पसंद
यहां बड़वानी के आदिवासी समूह द्वारा मक्का, ज्वार एवं बाजरे की बेंडा रोटी एवं सब्जी का स्टॉल लगाया गया था। बगैर तेल का उपयोग किये बनाये गये इस गरमागरम व्यंजन को लोगों द्वारा बहुत पंसद किया गया और तीसरे दिन उनके स्टॉल पर लोगों की भारी भीड़ रही। छिंदवाड़ा जिले की पातालकोट की रसोई भी मक्के के व्यंजनों को लेकर आकर्षण का केन्द्र रही। इसके साथ ही डिंडोरी जिले की कोदो एवं कुटकी का चावल एवं बालाघाट की जीआई टैग वाली चिन्नौर भी लोगों को बहुत पंसद आई। 
ये रहे मौजूद
समापन अवसर पर अपर सचिव जनजातीय कार्य मंत्रालय नई दिल्ली से एच चिंजासों, प्रोजेक्ट ऑफिसर जनजातीय कार्य मंत्रालय नई दिल्ली से सुब्रत कुमार नायक, अपर कलेक्टर शिव गोविंद मरकाम, जनजातीय अनुसंधान संस्थान के संयुक्त संचालक नीतिराज सिंह, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग सुधांशु वर्मा द्वारा उत्सव के समापन पर दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम में मौजूद रहे।

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