आदिवासी छात्रों के भोजन और नाश्ते की राशि अकांउट में होगी जमा

आदिवासी छात्रों के भोजन और नाश्ते की राशि अकांउट में होगी जमा

Anita Peddulwar
Update: 2018-04-09 05:23 GMT
आदिवासी छात्रों के भोजन और नाश्ते की राशि अकांउट में होगी जमा

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  आदिवासी विभाग के सरकारी हॉस्टल में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के स्टूडेंट्स अब अपने मन पसंद का खाना खा सकेंगे। सरकार की तरफ से बच्चों को आहार के लिए दी जाने वाली राशि सीधे उनके आधार संलग्न बैंक खाते में जमा कराई जाएगी। साल 2018-19 के शैक्षणिक वर्ष से इसको लागू किया जाएगा। सरकार के आदिवासी विकास विभाग ने इससे संबंधित शासनादेश जारी किया है। इसके अनुसार आदिवासी विभाग के तहत राज्य के अ, ब और क वर्ग महानगरपालिका और विभागीय शहर के सरकारी हॉस्टल में रहने वाले बच्चों को भोजन और नाश्ते के लिए प्रति महीने 3500 रुपए और जिला स्तर के सभी सरकारी हॉस्टल के बच्चों को प्रति महीने 3000 रुपए मिलेंगे। यह राशि सरकारी हॉस्टल के वार्डन के माध्यम से बच्चों के बैंक खाते में जमा करवाई जाएगी।

एडमिशन के सात दिन में मिलेगा 3  माह का एडवांस
शासनादेश के अनुसार, स्टूडेंट के सरकारी होस्टल में प्रवेश के सात दिन के भीतर उसके बैंक खाते में तीन महीने की भोजन की अग्रिम राशि जमा करा दी जाएगी।   इसके बाद तीसरे महीने के दूसरे सप्ताह में अगले तीन महीने की राशि दे दी जाएगी।  एक शैक्षणिक वर्ष में स्टूडेंट्स को 10 महीने तक की भोजन की राशि मिलेगी। कक्षा 8 वीं से 10वीं तक के स्टूडेंट्स को प्रवेश जून महीने में होता है। कक्षा 11वीं और कक्षा 12वीं के स्टूडेंट्स   का प्रवेश जुलाई महीने में होता है। इसके अनुसार प्रवेश के बाद संबंधित  स्टूडेंट्स के बैंक खाते में पैसे जमा करवाए जाएंगे। 

ठेकेदारों की वजह से झेलनी पड़ती है परेशानी
सुविधा के पीछे सरकार का तर्क: सरकार का कहना है कि फिलहाल आदिवासी विभाग के सरकारी होस्टलों   में बच्चों के भोजन के लिए ठेका दिया जाता है। ठेकेदार हर दिन बच्चों को भोजन और नास्ते की व्यवस्था करता है। इसमें बच्चों को कई बार उनकी पसंद का खाना नहीं मिल पाता है। कई जगहों पर सरकारी होस्टल और शिक्षा संस्थान के बीच काफी दूरी होती है। इस कारण दोपहर के समय कई बार बच्चों को भूखा भी रहना पड़ता है। इसके मद्देनजर सरकार ने अब आहार की राशि को सीधे बैंक खातों में जमा करवाने का फैसला किया है। इससे स्टूडेंट्स के पास दर्जेदार भोजन खाने का विकल्प उपलब्ध हो सकेगा। स्टूडेंट्स अपने स्तर पर होस्टल में भोजन के लिए कैटर्स को चुन सकते हैं। इसके अलावा घरेलू डिब्बा और भोजन बनाने वाले लोगों से भी खाना मंगा सकते हैं। एक होस्टल में कई भोजन आपूर्ति करने वाले रहेंगे तो उनमें अच्छा भोजन देने की स्पर्धा होगी। इससे स्टूडेंट्स को फायदा मिल सकेगा।

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