पाले से अरहर की फसल बर्बाद, कलेक्टर ने तहसीलदारों को जारी किया नोटिस 

पाले से अरहर की फसल बर्बाद, कलेक्टर ने तहसीलदारों को जारी किया नोटिस 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-11 07:57 GMT
पाले से अरहर की फसल बर्बाद, कलेक्टर ने तहसीलदारों को जारी किया नोटिस 

डिजिटल डेस्क, शहडोल। जिले का अन्नदाता बेहाल हैं और अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। भीषण ठंड के चलते पाले से जिले में अरहर की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, परेशान किसान राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक नुकसान का आंकलन तक नहीं कराया है। लापरवाही पर कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है।

जिले में कुल 20 हजार 900 हेक्टेयर में अरहर की फसल लगी थी। 29, 30 और 31 दिसंबर को पाले की वजह से जिले के अधिकतर इलाकों में अरहर को काफी नुकसान पहुंचा है। एक अनुमान के मुताबिक 40 से 50 फीसदी फसल खराब हो गई है। वहीं गेहूं, चना, मटर, मसूर के साथ-साथ सब्जियों को भी नुकसान पहुंचा है। जानकारी मिलने के साथ ही इसके आंकलन के लिए सर्वेक्षण टीम गठित कर सर्वे कराने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन किसी भी तहसीलदार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इससे पहले कीटव्याधी से सोयाबीन की फसल को पहुंचे नुकसान का आंकलन भी काफी विलंब से कराया गया। अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज तक किसानों को राहत राशि नहीं मिल पाई है।  

कलेक्टर का आदेश नहीं माना
लापरवाही का आलम यह है कि कलेक्टर के आदेश को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। कलेक्टर कार्यालय से 2 एवं 5 जनवरी को सभी तहसीलदारों को पत्र जारी किया गया था। इसकी सूचना ई-मेल, वॉट्सएप पर भेजी गई थी और दूरभाष से भी सूचित किया गया था। इसमें नुकसान के आंकलन के लिए सर्वेक्षण दल गठित कर राजस्व पुरस्तक के परिपत्र 6-4 के तहत क्षति पत्रक तैयार करने एवं राहत राशि का मांग पत्र शासन के निर्धारित प्रारूप में अविलंब भेजने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन किसी ने जानकारी नहीं भेजी। 

तीन दिन में मांगा जवाब 
कलेक्टर ने सभी छह (बुढ़ार, ब्यौहारी, गोहपारू, सोहागपुर, जयसिंहनगर और जैतपुर) तहसीलदारों को नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशों का समयसीमा में पालन एवं जानकारी उपलब्ध नहीं कराया जाना सिविल सेवा आचरण के विपरीत है। सभी से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। इधर नोटिस जारी होने के बाद गुरुवार को जयसिंहनगर, सोहागपुर और जैतपुर तहसील की जानकारी आ गई, लेकिन ब्यौहारी गोहपारू और बुढ़ार तहसील से अभी तक जानकारी नहीं आई है। 

यहां पहुंचा सबसे ज्यादा नुकसान
सोहागपुर तहसील के सिंदुरी भर्री, चुनिया, खोल्हाड, चननिया और आसपास के गांवों में। ब्यौहारी तहसील के पपरेड़ी व आसपास के गांवों में। इसीतरह गोहपारू के कर्री, खन्नौधी, खाड़ और आसपास के गांवों में तथा बुढ़ार के पकरिया, बंगवार, गोपालपुर आदि गांवों में अरहर की फसल को नुकसान पहुंचा है। कृषि विभाग के मुताबिक अधिकतर इलाकों में पारंपरिक आईसीपीएल-87 बीज बोया जाता है, सबसे अधिक नुकसान इसीे को पहुंचा है। पौधों में फलियां आ रही थी, लेकिन पौधे पूरी तरह से सूख गए हैं।  

इनका कहना है 
पाले से अरहर की फसल को हुए नुकसान की जानकारी समय पर नहीं भेजने पर जिले के सभी तहसीलदारों को नोटिस जारी किया गया है। अभी भी तीन तहसीलों की जानकारी नहीं आई है।
सुरेश अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर 

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