बालाघाट: 40 नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगा रोड रोलर फूंका, टांगे पर्चे

लांजी के देवरबेली थाना के ग्राम कोरका का मामला, शुक्रवार रात हुई वारदात में 15 महिला नक्सली भी, पुलिस ने बढ़ाई चौकसी, स बालाघाट: 40 नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगा रोड रोलर फूंका, टांगे पर्चे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-04 13:10 GMT
बालाघाट: 40 नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगा रोड रोलर फूंका, टांगे पर्चे

सिटी भास्कर बालाघाट। जिले में नक्सलियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। लांजी थाना अंतर्गत देवरबेली ग्राम पंचायत के ग्राम कोरका में नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे एक रोड रोलर को आग के हवाले कर दिया। घटना शुक्रवार रात 12 बजे तब हुई, जब 40 हथियारबंद नक्सलियों ने कोरका-नरपी के बीच चल रहे सड़क निर्माण में लगे राइजिंग एंड कंपनी के रोड रोलर में आग लगा दी। 40 में से 15 नक्सलियों के शामिल होने की जानकारी है। नक्सलियों ने आग लगाने से पहले रोड रोलर के ऑपरेटर को भगा दिया। पूरे मामले का खुलासा सुबह 5 बजे के आसपास हुआ। खबर है कि निर्माण कार्य के ठेकेदार को कुछ दिन पूर्व नक्सलियों से धमकी मिली थी। घटना के बाद नक्सलियों ने पास ही बैनर टांगकर उसमें पर्चे चस्पा किये हैं। घटना के बाद पुलिस अलर्ट हो गया। इलाके में सर्चिंग तेज कर दी गई है।
26 नक्सलियों की हत्या का बदला लेने तीन राज्यों में रखेंगे बंद
घटना स्थल के पास नक्सलियों ने रस्सी की मदद से लाल रंग का बैनर टांगा है, जिसमें पिन से 7 पर्चे चस्पा किये हैं। ये पर्चे मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ जोनल कमिटी और मलाजखंड एरिया कमिटी के बैनर तले लिखे गए हैं। तीन राज्यों के जोनल कमिटी के प्रवक्ता के नाम से लगे पर्चे में पिछले माह 13 नवंबर को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के कोरची तहसील अंतर्गत ग्राम बोटेझरी व मरदीनटोला के पास हुई मुठभेड़ में 26 नक्सलियों की हत्या का भी उल्लेख है, जिसके विरोध में 10 दिसंबर को महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य बंद को सफल करने की बात लिखी गई है। दोनों कमिटी के पर्चों में अंबानी व अडानी के साथ पीएम मोदी का भी जिक्र किया है। जिसमें अंबानी-अडानी को आदिवासियों की जमीन-जंगल पर कब्जा करने वाला, अपना कारोबार बढ़ाने जंगलों को खत्म कर रोड, मोबाइल टॉवर लगाने जैसी बातों का जिक्र है।
एक दशक बाद दिखी बैनर टांगने की परंपरा
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों द्वारा समय-समय पर शासन की नीतियों, योजनाओं के विरोध में जिले के आदिवासी बाहुल्य इलाकों में पर्चे मिलने की खबरें आती रहती हैं, लेकिन लगभग एक दशक बाद नक्सलियों ने बैनर टांगकर अपने बात शासन-प्रशासन के सामने रखी है। बीते दस सालों में पहली बार नक्सलियों की लाल रंग के बैनर टांगने की परंपरा नजर आई है, जो कहीं न कहीं पुलिस और शासन के लिए चिंताजनक है।
डिंडौरी को बालाघाट जोन में लाने का आदेश आते ही हुई घटना
गौर करने वाली बात है कि मध्यप्रदेश शासन ने डिंडोरी जिले में बढ़ती नक्सलियों गतिविधियों को देखते हुए डिंडोरी को बालाघाट जोन में रखने का आधिकारिक फैसला लिया। शुक्रवार शाम उक्त आदेश जारी होने के कुछ घंटों बाद बालाघाट के लांजी में नक्सलियों ने रोड रोलर जलाने की घटना को अंजाम दे दिया है। इसके पीछे नक्सलियों द्वारा बालाघाट जिले में अपनी मौजूदगी, खौफ के साथ शासन के प्रयासों को कमजोरी की योजना है।
-इनका कहना है।
बिरसा थाने के अंतर्गत मछुरदा चौकी के ग्राम कोरका में सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार की डंपर एवं रोड रोलर खड़ा था जिसमें शुक्रवार  शनिवार की देर रात्रि भारी संख्या में आए नक्सलियों ने मजदूरों को बंदी बनाकर रोड रोलर मैं डीजल डालकर आग लगा दी नक्सलियों द्वारा सड़क पर बैनर बांधकर परिचय लगाए गए और मजदूरों को धमकी दी गई कि गढ़चिरौली में उनके साथियों की हत्या एवं सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध में सभी सरकारी काम बंद रहेंगे और 10 दिसंबर को बंद का आह्वान किया गया है घटना के बाद पुलिस सचिन करते हुए जांच कर रही है कार्रवाई जारी है।
आदित्य प्रसादमिश्रा एसडीओपी बैहर

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