बिहार बाढ़: अबतक 21 लोगों की मौत, 16 जिलों के 70 लाख लोग प्रभावित, आर्थिक मदद देने में जुटी सरकार

बिहार बाढ़: अबतक 21 लोगों की मौत, 16 जिलों के 70 लाख लोग प्रभावित, आर्थिक मदद देने में जुटी सरकार

Bhaskar Hindi
Update: 2020-08-07 08:57 GMT
बिहार बाढ़: अबतक 21 लोगों की मौत, 16 जिलों के 70 लाख लोग प्रभावित, आर्थिक मदद देने में जुटी सरकार

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में भारी बारिश के कारण सभी प्रमुख नदियां उफान पर है। बाढ़ के कारण राज्य के 16 जिलों की करीब 70 लाख की आबादी प्रभावित हो चुकी है। अब तक 21 लोगों की मौत हुई है। हालांकि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। वहीं राज्य की नीतीश सरकार भी बाढ़ पीड़ित परिवारों के बैंक खाते में 6-6 हजार रुपये पहुंचाकर आर्थिक मदद देने में जुटी हुई है।

सामुदायिक रसोईघरों में हर दिन भोजन कर रहे 10 लाख लोग
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, राज्य के 16 जिलों के कुल 124 ब्लॉक की 1,185 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में करीब 70 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया, बाढ़ प्रभावित इलाकों में 8 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 12 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 1,402 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब दस लाख लोग भोजन कर रहे हैं।

23 पालतू पशुओं ने भी गंवाई जान
अपर सचिव  ने बताया, बाढ़ के दौरान अलग-अलग इलाकों में हुईं विभिन्न घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे अधिक सात लोगों की मौत दरभंगा जिले में और छह लोगों की मौत मुजफ्फरपुर जिले में हुई है। इस बीच 23 पालतू पशुओं की भी जान गई है। उन्होंने बताया, सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 33 टीमें राहत-बचाव का कार्य कर रही हैं। अब तक 4 लाख 81 हजार 939 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है।

नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव
अपर सचिव ने बताया, बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युट्स रिलीफ (अनुग्रह अनुदान) के अंतर्गत 6,000 रुपये की राशि दी जा रही है। अभी तक 4 लाख 50 हजार 129 परिवारों के बैंक खाते में जीआर की राशि भेजी जा चुकी है। ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है। बिहार राज्य जलसंसाधन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया, कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। गुरुवार की शाम इसके जलस्तर में वृद्धि हुई थी, लेकिन शुक्रवार को फिर कमी दिखाई दी। वीरपुर बैराज के पास शुक्रवार को सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 1.85 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे घटकर 1.83 लाख क्यूसेक हो गया। गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। 

खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं नदियां
राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती जहां ढेंग, सोनाखान, कटौंझा, बेनीबाद और हायाघाट के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं बूढ़ी गंडक सिकंदरापुर, समस्तीपुर रेल पुल, रोसड़ा रेल पुल और खगड़िया में लाल निशान के ऊपर है। इधर, कमला बलान जयनगर व झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर है। गंगा नदी कहलगांव में लाल निशान के ऊपर है, जबकि घाघरा और अधवारा भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले चार-पांच दिनों तक पूरे बिहार में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिसको देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है।

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