सीमा विवाद - चार गांवों में छाया है अंधेरा - विभाग की अंधेरगर्दी
सीमा विवाद - चार गांवों में छाया है अंधेरा - विभाग की अंधेरगर्दी
डिजिटल डेस्क कटनी । बिजली विभाग में सीमा विवाद ग्रामीणों को अंधेरे का करंट मार रहा है। स्लीमनाबाद-बहोरीबंद विद्युत वितरण केन्द्र के बीच चार गांवों के सैकड़ों ग्रामीण उस मकडज़ाल में उलझकर रह गए हैं, जिससे उबरना उनके बस में नहीं है, तो वितरण केन्द्र के अधिकारी भी जख्मों में मरहम लगाने की बजाए, उस घाव को और बड़ा करने में लगे हैं। यह मामला पिछले दो दिन से स्लीमनाबाद से करीब सात से आठ किलोमीटर दूर के चार गांवों में अंधेरे की रुप में छाया हुआ है। दरअसल साल्हेभार, जुझावल, निमास और तिलहरी में बिजली सप्लाई का काम जिस पोल में लगे तारों से होता था। उसे निकाल दिया गया। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की आपत्ति के बाद जब लाइन जोड़ा गया, तो यह लाइन कुंआ की तरफ जोडऩे का काम किया। बिजली विभाग की नजर में तो लाइन जुड़ गया, लेकिन इससे परेशानी किसी तरह से कम नहीं हुई।
प्रभावित हुए काम-काज
अचानक से चार गांवों की बिजली चले जाने से ग्रामीणों के काम-काज प्रभावित हुए। पहले तो ग्रामीण यह नहीं समझ पा रहे थे कि दो पोल के बीच जो लाइन निकाल लिया गया है। उस लाइन को किसी ने शरारत की दृष्टि से निकाला है, या फिर कोई अन्य माजारा है। बिजली कटने की मौखिक शिकायत लेकर जब अधिकारियों के पास पहुंचे, तब ग्रामीण हकीकत से रुबरु हुए, और फिर से उन्हें छलावा का एहसास हुआ।
यह है सीमा विवाद
स्लीमनाबाद से करीब आठ किलोमीटर दूर चार गांव बहोरीबंद विद्युत वितरण केन्द्र में आते हैं। बहोरीबंद से इनकी दूरी बीस से पच्चीस किलोमीटर है, जबकि सबसे निकटतम वितरण केन्द्र स्लीमनाबाद है। ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए अधिकारियों ने बीच का रास्ता निकालते हुए स्लीमनाबाद से इन चार गांवों को कनेक्शन दिया था। जिसके बाद सुचारु रुप से बिजली व्यवस्था चलती रही। इसके बावजूद फिर से इस विवाद ने तूल पकड़ा। जिसके बाद अधिकारी
स्लीमनाबाद से जो बिजली लाइन गई हुई थी। वहां पर दो खम्भों के बीच से तार ही निकाल लिया। जिसके बाद यह समस्या फिर से उत्पन्न हो गई।
कुंआ की तरफ से जोड़ा लाइन
वर्तमान समय में कुंआ की तरफ से बिजली लाइन जोड़ दिया गया है। इसके बावजूद ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। जिस समय लाइन जोड़ा गया, उस समय दस से पंद्रह मिनट के लिए बिजली आपूर्ति व्यवस्था जरुर बहाल हुई। इसके बावजूद फिर से अंधेरा छा गया। त्यौहार में इस तरह से लाइन कटौती पर ग्रामीणों की नाराजगी भी रही। ग्रामीणों का कहना रहा कि कम से कम अधिकारी त्यौहार निकल जाने देते। इसके बाद ही किसी तरह का प्रयोग यहां
पर करते, तो बेहतर होता।
इनका कहना है
यह जानकारी मेरे संज्ञान में है। फिर भी गांवों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल है। पूरे क्षेत्र की बिजली नहीं कटी है, किसी के घर में तकनीकी फाल्ट के कारण इस तरह की समस्या हो सकती है। मैदानी अमले से जानकारी लेकर आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर किए जाने के निर्देश दिए जाएंगे।
- नीरच कुचया, डीई (ग्रामीण) एमपीईबी कटनी