गोरेवाड़ा इंडियन सफारी को लगा ब्रेक, करना पड़ सकता है लंबा इंतजार

गोरेवाड़ा इंडियन सफारी को लगा ब्रेक, करना पड़ सकता है लंबा इंतजार

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-14 10:16 GMT
गोरेवाड़ा इंडियन सफारी को लगा ब्रेक, करना पड़ सकता है लंबा इंतजार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। निजी कंपनी व सरकारी अधिकारियों के बीच विकास कार्य का प्रारूप स्पष्ट नहीं रहने से, दिसंबर माह के आखिर तक बननेवाली इंडियन सफारी को ब्रेक लग गया है। सूत्रों की माने तो इसका निर्माण इस वर्ष के आखिर तक संभव नहीं है। ऐसे में पर्यटकों को इसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।

1974 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है जंगल
शहर से 10 किमी दूरी पर गोरेवाड़ा जंगल बना है। यहां हरियाली के बीच वन्यप्राणियों का बसेरा भी है। तेंदुआ, जंगली सुअर, मोर, बंदर आदि वन्यजीव यहां रहते हैं। करीब 1914 हेक्टेयर में फैला गोरेवाड़ा जंगल दूर-दराज से आनेवाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है। वर्तमान स्थिति में यहां 15 किमी की जंगल सफारी बनी है। वर्ष 2007 में यहां 539 हेक्टेयर पर विकास करने की घोषणा वन मंत्रालय ने की थी। इस विकास कार्य में इंडियन सफारी के साथ आफ्रिकन सफारी का निर्माण होनेवाला है।

पहले चरण में 145 हेक्टेयर में इंडियन सफारी बनाई जानी थी। जिसमें टाइगर, लेपर्ट, भालू व शाकाहारी प्राणियों की सफारी बननी थी। इसके बाद बायोपार्क व बर्ड सफारी का भी निर्माण यही से होना था। इसके लिए कुल 450 करोड़ का बजट बना है। जिसमें 200 करोड़ सरकार व बाकी खर्च निजी कंपनी को पीपीपी तर्ज पर करना था। हाल ही में टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई। जिसके बाद एक कंपनी को इसका जिम्मा दिया गया।

दिसंबर तक पूरा होना था 
इंडियन सफारी का काम भी शुरू किया गया। जिसे दिसंबर तक पूरा करना था। नये साल में पर्यटक इसका लुत्फ उठा सकते थे। लेकिन सूत्रों की माने तो संबंधित कंपनी व अधिकारियों के बीच विकास कार्य का प्रारूप स्पष्ट नहीं है। इस बात को लेकर कंपनी के अधिकारी व वन अधिकारियों को निर्णय लेने में समय लग रहा है। बताया जा रहा है, कि विकास करने वाली कंपनी की तरफ से होने वाले डेवलपमेंट में बदलाव करने की पहल की जा रही है। जो टेंडर प्रक्रिया के बाद करना काफी हद तक संभव नहीं है। ऐसे में वन अधिकारी व कंपनी के बीच काम को लेकर आपस में जम नहीं रही हैं। परिणामस्वरूप दिसंबर तक पूरा होनेवाले काम को पूरा होने में और लंबा सफर लगने वाला है। इस संबंध में तथ्य जानने के लिए गोरेवाड़ा के इंचार्ज अधिकारी श्री काले से संपर्क करने पर व्यस्तता का हवाला देकर बात करने से इंकार कर दिया।

Similar News