चूहों द्वारा मिट्टी कुतरने से नहर फूटी, खेतों में भरा पानी

धान की फसल को नुकसान चूहों द्वारा मिट्टी कुतरने से नहर फूटी, खेतों में भरा पानी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-10 17:44 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!



डिजिटल डेस्क रीवा । चूहों द्वारा मिट्टी कुतरने और उसके बाद पानी छोडऩे से क्योटी मुख्य नहर फूट गई। देर रात नहर फूटने से आसपास के खेतों में पानी भर गया। हालांकि यह बढ़ौआ नाला भी है जिसमें से पानी को बाहर निकाला जा रहा है। मामला सगरा के समीप भांटी गांव का है। बताया गया है कि क्योटी मुख्य नहर के 28वें किमी पर मिट्टी की नहर है।यहां चूहों ने काफी मात्रा में मिट्टी कुतरकर नहर को एक स्थान से खोखला कर दिया था। बताया गया ह कि यहीं बगल में पुराना साइफन भी है। यह साइफन भी बीच से टूटा हुआ है। बाणसागर से क्योटी नहर में 10 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया है। तीन-चार दिनों से पानी का दबाव झेलने के बाद मुख्य नहर खोखले हो चुके सथान की मिट्टी पानी के साथ बह गई। जिससे बाणसागर से छोड़े गए पानी का कुछ हिस्सा नहर के बाहर निकलकर खेतों में भरने लगा। किसानों की माने तो धान के काफी संख्या में खेत हैं जो नहर के पानी से भरे हैं।
सुबह सात बजे बंद किया पानी
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को क्योटी मुख्य नहर फूटने की जानकारी सुबह सात बजे मिली। जिस पर तत्काल क्योटी नहर का पानी बंद करा दिया गया। हालांकि सुबह नहर बंद करने के बावजूद देर शाम तक पानी नहर से निकलता रहा।
कल से शुरू होगी मरम्मत
विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जिस स्थान पर नहर फूटी है, उसकी मरम्मत की जाएगी। लेकिन मरम्मत के लिये नहर का सूखना जरूरी है। बताया गया है कि रात 10 बजे के बाद तक नहर में पानी उतर रहा। सोमवार को नहर खाली होने के बाद सूखेगी। जिस पर मंगलवार से नहर की मरम्मत शुरू की जाएगी। नहर के फूटे हुए स्थान पर मिट्टी की फिलिंग कराकर कंक्रीटीकरण किया जाएगा जिससे फिर नहर फूटने की संभावना न रहे।
नाले से निकला पानी
क्योटी मुख्य नहर के फूटने के बाद जो पानी नहर से बाहर आया, उसमें से अधिकांश पानी नाले से होते हुए बाहर निकल गया। क्योटी नहर के कार्यपालन यंत्री मनोज तिवारी का कहना है कि नाला के होने से फसल में नुकसान काफी कम हुआ। नहर के बाहर आने के बाद पानी बढ़ौआ नाला से बाहर निकल गया।

Tags:    

Similar News