महावितरण के मुख्य अभियंता की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत

महावितरण के मुख्य अभियंता की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत

Anita Peddulwar
Update: 2020-03-14 08:29 GMT
महावितरण के मुख्य अभियंता की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नागपुर रेलवे स्टेशन पर  मालगाड़ी की चपेट में आने से महावितरण के मुख्य अभियंता दिलीप शंकर घुगल (45) की मौत हो गई।  दिलीप महावितरण में मुख्य अभियंता के पद पर थे। साथ ही, प्रादेशिक संचालक का अतिरिक्त प्रभार भी था। दिलीप के दो बच्चे हैं। बेटा इंजीनियरिंग और बेटी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। वह काटोल रोड के बिजली नगर में रहते थे।

जानकारी के अनुसार दिलीप घुगल अपने ड्राइवर के साथ नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। ड्राइवर को गाड़ी पार्क करने को कहा और खुद प्लेटफार्म की ओर बढ़ गए। सिग्नल क्रमांक 17 अप लाइन आरआरआई के केबिन के सामने किमी 836/17 पर पहुंचे, जहां वह मालगाड़ी की चपेट में आ गए। मालगाड़ी उसके दोनों पैरों के ऊपर से गुजर गई। ज्यादा खून बहने के कारण मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे डॉक्टर हरीश ने जांच की और दिलीप शंकर को मृत घोषित कर दिया। यह पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में कैद हुई। घटनास्थल पर दिलीप का मोबाइल, एक अंगूठी और पर्स मिला है। 

कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी से मंत्री करते थे सलाह-मशविरा
मुख्य अभियंता दिलीप घुगल महावितरण के वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल थे। महावितरण से संबंधित विविध समस्याओं को लेकर सरकार और मंत्रियों काे भी सुझाव देते थे। वह मूलत: नागपुर के रहने वाले थे और अपने कर्तव्यनिष्ठ, मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाते थे। घटना की सूचना मिलते ही उनके कई समर्थक और परिचित रेलवे स्टेशन और सीताबर्डी पर जमा हुए। ज्यादातर लोगों का कहना है कि यह आत्महत्या है। उन्होंने कराड गर्वमेंट कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। 1994 में महाराष्ट्र राज्य विद्युत मंडल में कनिष्ठ अभियंता के पद पर चंद्रपुर में नियुक्त हुए। 1999 में महावितरण  काटोल रोड शाखा कार्यालय में आए। पदोन्नति होते कार्यकारी अभियंता के पद पर पहुंचे। 2011 में अधीक्षक अभियंता नियुक्त हुए। 2016 में चंद्रपुर रीजन के डायरेक्टर बने। 2018 से नागपुर परिमंडल के मुख्य अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। जनवरी 2019 से प्रभारी रीजनल डायरेक्टर का अतिरिक्त पदभार भी संभाला। उधर, ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत ने भी शोक व्यक्त किया है।

खड़े हो रहे सवाल
दिलीप की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों के कारण इस घटना को आत्महत्या भी कहा जा रहा है। हालांकि इसको लेकर कोई स्पष्ट कुछ बोलने को तैयार नहीं है। आखिर दिलीप को रेलवे ट्रैक पर जाने की जरूरत क्या पड़ी। चालक को उन्होंने पार्किंग में ही क्यों छोड़ दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु से संबंधित धारा लगाकर प्रकरण दर्ज किया है।
 

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