मैक्स हेल्थ प्लस के द्वारा बीमित को सालों बाद भी नहीं दिया गया क्लेम

बीमित ने कहा- जिम्मेदारों ने हमारे साथ की है जालसाजी मैक्स हेल्थ प्लस के द्वारा बीमित को सालों बाद भी नहीं दिया गया क्लेम

Safal Upadhyay
Update: 2023-02-06 12:18 GMT
मैक्स हेल्थ प्लस के द्वारा बीमित को सालों बाद भी नहीं दिया गया क्लेम

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पॉलिसी बेचते वक्त किए गए दावों की पोल लगातार खुलकर सामने आ रही है। बीमा कंपनियाँ पहले कैशलेस करने से इनकार करती हैं और जब पॉलिसीधारक सारे भुगतान की काॅपी ऑनलाइन व ऑफलाइन सबमिट करते हैं तो उसमें अनेक प्रकार की खामियाँ निकाली जाती हैं। बीमित सारे दस्तावेज दोबारा सत्यापित कराकर देते हैं तो बीमा कंपनियों के द्वारा गोलमाल किया जाता है। मेल का जवाब भी बीमा कंपनी के द्वारा नहीं दिया जाता है। टोल फ्री नंबर पर क्लेम के बारे में जानकारी माँगी जाती है तो वह भी उपलब्ध नहीं कराई जाती है। स्थानीय ब्रांच ऑफिस, क्लेम डिपार्टमेंट, सर्वेयर टीम से संपर्क जब बीमित करता है तो उसके साथ बुरा व्यवहार किया जाने लगता है। परेशान होकर अब बीमित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व कंज्यूमर कोर्ट न्याय पाने के लिए पहुँच रहे हैं।

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर के मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।

सारे दस्तावेज देने के बाद भी भटका रहे जिम्मेदार

सिंगरौली ग्राम रजमिलान निवासी पंचवटी शाह ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने मैक्स हेल्थ प्लस से बीमा लिया था। स्वास्थ्य बीमा का प्रति वर्ष प्रीमियम भी जमा करते आ रहे थे। पॉलिसी क्रमांक 50016700201900 का कैशलेस कार्ड भी बीमा कंपनी के द्वारा उपलब्ध कराया गया था। दिसम्बर 2020 में अचानक स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती होना पड़ा था। बीमा कंपनी में कैशलेस के लिए सूचना दी गई पर बीमा अधिकारियों के द्वारा कैशलेस नहीं किया गया। बीमित को अपने खर्च पर पूरा इलाज कराना पड़ा था। स्वस्थ होने के बाद पंचवटी शाह ने सारे बिल व रिपोर्ट बीमा कंपनी में सबमिट की थी और वहाँ से जल्द क्लेम देने का वादा किया गया था पर महीनों बीत जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने मेल किया व टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया तो जिम्मेदारों ने किसी भी तरह का जवाब नहीं दिया। बीमित का आरोप है कि सालों हो गए पर बीमा अधिकारी क्लेम नहीं दे रहे हैं और मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं और उसके साथ जालसाजी की जा रही है।
 

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