चार तालाबों से होगी सफाई अभियान की शुरुआत- निकलने वाली सिल्ट खेतों में डाली जाएगी
चार तालाबों से होगी सफाई अभियान की शुरुआत- निकलने वाली सिल्ट खेतों में डाली जाएगी
डिजिटल डेस्क शहडोल । शहर के तालाबों की साफ-सफाई जल्द ही शुरू होगी। इसके लिए चार तालाब चिन्हित किए गए हैं। बाद में तालबों की संख्या बढ़ाई जाएगी। कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव ने तालाबों की चरणबद्ध साफ -सफाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि नगर में बड़ी संख्या में प्राचीन तालाब हैं। इनका संरक्षण एवं संवर्धन बहुत जरूरी है। तालाबों में वर्षों से जमी सिल्ट और मिट्टी खेती के लिए बहुत उपयोगी होती है।
तालाबों की मिट्टी खेतों में डालने के लिए किसानों को प्रेरित करें। तालाब की मिट्टी और सिल्ट निकल जाने से तालाबों का गहरीकरण होगा, जिससे बारिश के दिनों में तालाबों में अच्छा जलभराव होगा। वही तालाबों की सिल्ट और मिट्टी फसलों की उपज बढ़ाने के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। कमिश्नर मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय में आयोजित बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। बैठक में कमिश्नर ने उप संचालक कृषि को निर्देशित किया कि वह किसानों को तालाबों में सिल्ट और मिट्टी के महत्व के बारे में बताएंगे तथा तालाबों से सिल्ट और मिट्टी निकालने के लिए किसानों को प्रेरित और प्रोत्साहित करें।
पूरे संभाग से मंगाई थी सूची
कमिश्नर से पूरे संभाग से तालाबों की सूची मंगाई थी और एक साथ इनके गहरीकरण का काम शुरू करने के लिए कहा था। इस माह के अंत तक संभाग भर में तालाबों की सफाई का काम शुरू कर दिया जाएगा। शहडोल शहर में ही 60 से अधिक तालाब हैं। इनमें अधिकतर सूखने की कगार पर हैं। अगर साफ-सफाई होगी और तालाबों का गहरीकरण हो जाएगा तो बारिश में अच्छा जलभराव हो जाएगा, जो आने वाले दिनों में शहर के लोगों के लिए लाभदायी होगा।
अतिक्रमण की चपेट में तालाब
शहर में एक समय 300 से अधिक तालाब थे। धीरे-धीरे ये अतिक्रमण के चपेट में आते गए और इनकी संख्या घटकर 60 रह गई है। जो तालाब बचे हैं उनके आसपास भी काफी संख्या में अतिक्रमण है। ऐसा नहीं है प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है। इसके बाद भी तालाबों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आज तक नहीं की गई है।