लिपिक और पान विक्रेता रिश्वत लेते गिरफ्तार, विवाह योजना का लाभ दिलाने मांगे थे पांच हजार 

लिपिक और पान विक्रेता रिश्वत लेते गिरफ्तार, विवाह योजना का लाभ दिलाने मांगे थे पांच हजार 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-01 08:51 GMT
लिपिक और पान विक्रेता रिश्वत लेते गिरफ्तार, विवाह योजना का लाभ दिलाने मांगे थे पांच हजार 

डिजिटल डेस्क, रीवा। गरीबों की बेटियों के हाथ पीले आसानी से हो जाएं, इसके लिए सरकार ने योजना चलाई है। लेकिन इन योजनाओं के दम पर सरकारी विभागों में बैठे कुछ लोग अपनी जेब भर रहे हैं। एक श्रमिक से विवाह योजना के तहत मिलने वाले 51 हजार रूपये के लिए दस हजार रूपये की रिश्वत मांगी गई। नगर निगम के बाबू द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने पर लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत हुई। जिस पर बुधवार की शाम नगर निगम में ट्रेप की कार्यवाही की। लोकायुक्त की टीम ने आरोपी नगर निगम में कार्यरत लिपिक सचिन सिंह के दराज से रिश्वत के रूप में लिए गए पांच हजार रूपये बरामद किए हैं।

पान वाले को दिलाई रकम

लोकायुक्त की लगातार कार्यवाही को देखते हुए नगर निगम के लिपिक सचिन सिंह ने भी काफी चालाकी दिखाई। लेकिन इसके बाद भी वह पकड़ा गया। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता दुर्गेश सोंधिया निवासी निपनिया जब रिश्वत की रकम देने नगर निगम पहुंचा तो बाबू ने डायरेक्ट रकम नहीं ली। उसे गाड़ी में बैठाकर ले गया। इधर-उधर घुमाने के बाद नगर निगम के पास एक पान की दुकान ले गया। यहां पान विक्रेता को रिश्वत की रकम दिलाई। इसके बाद वहां से सचिन रूपये ले गया। 

दोनों बने आरोपी

लोकायुक्त की यह कार्यवाही डीएसपी बीके पटेल के नेतृत्व में की गई। इस कार्यवाही में निरीक्षक विद्यावारिधि तिवारी सहित पन्द्रह सदस्यीय दल शामिल रहा। बताते हैं कि आरोपी सचिन सिंह द्वारा लोकायुक्त टीम को काफी छकाया गया। रूपये बरामद होने पर लोकायुक्त की टीम ने राहत की सांस ली। रिश्वत के इस मामले में बाबू सचिन सिंह के साथ पान विक्रेता रमेश तिवारी को भी आरोपी बनाया गया है।

इसी माह हुई बहन की शादी

शिकायकर्ता दुर्गेश सोंधिया की बहन आरती की इसी माह 8 जुलाई को शादी हुई है। उसने बहन की शादी के लिए शासकीय योजना के तहत मिलने वाले 51 हजार रूपये के लिए नगर निगम में आवेदन किया था। दुर्गेश ने बताया कि भवन संनिर्माण एवं कर्मकार मण्डल की योजना का काम देखने वाले नगर निगम के बाबू सचिन सिंह द्वारा राशि भुगतान के लिए दस हजार रूपये मांगे गए। बाबू ने पांच हजार रूपये पहले और पांच हजार रूपये राशि भुगतान होने के बाद देने को कहा। दो दिन पहले दुर्गेश इसकी शिकायत लेकर लोकायुक्त एसपी के पास पहुंच गया। 
 

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