कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा-आपसी खींचतान में विकास बाधित

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा-आपसी खींचतान में विकास बाधित

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-25 16:08 GMT
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा-आपसी खींचतान में विकास बाधित

डिजिटल डेस्क, अकोला। BJP के सत्ता काल में देश ही नहीं प्रदेश तथा अकोला जिले में भी अराजकता का माहौल है। यही वजह है कि जिले के विकास के लिए प्रयास करने के बजाय यहां के सांसद अपने ही दल के गृह राज्यमंत्री के खिलाफ अल्टीमेटम देकर विरोध का बिगुल फूंकते हैं। इस खींचतान में यह देखना है कि शहर का क्या हश्र होता है?। बुलडाणा जिले में आम नागरिकों ने इच्छा मृत्यु की सरकार से अनुमति मांगकर वर्तमान सरकार की अकर्मण्यता को उजागर किया है। अकोला मनपा 27 मार्च तक शहर के संपत्तिधारकों से संपत्ति कर अदा करने की धमकी दे रही है। संपत्ति कर न भरने पर संपत्ति को सील लगाने की चेतावनी  के बीच खंडेलवाल शाला व्यवस्थापन का 12 लाख का बकाया संपत्ति कर  होने के बाद भी उन पर कार्रवाई नहीं करती। इस तरह का विरोधाभास सिर्फ BJP ही कर सकती है। क्योंकि शासन पूरी तरह से जनता से बेफ्रिक हो चुका है। ऐसा आरोप कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सांसद अशोक चव्हाण ने पत्र परिषद में किया।

महाराष्ट्र तथा देश में जो हालात हैं उन्हें देखते हुए यह लग रहा है कि 2019 के चुनाव में यदि BJP फिर सत्ता में आती है तो हिंदुस्तान का यह अंतिम चुनाव होगा। क्योंकि देश में जिस तरह से सामाजिक, आर्थिक अराजकता का माहौल है ऐसी स्थिति में लोकसभा में न तो सरकार चर्चा करने देना चाहती है न  ही विधानसभा में सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद भी BJP चर्चा से इन्कार करती है। यह इस बात की ओर इशारा कर रही है कि  BJP फिर सत्ता में आई तो तानाशाही  तय है। इसलिए BJP को सत्ता से दूर रखने के लिए समविचारी दलों को इकठ्ठा कर अगला चुनाव बैलेट के माध्यम से करवाया जाना चाहिए। अन्यथा देश का बेड़ागर्क हो सकता है।  ऐसी चेतावनी प्रदेश के पत्र परिषद में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दी। वे प्रमिलाताई ओक सभागृह में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण शिविर में मार्गदर्शन करने अकोला आए थे।

अकोला मनपा में फैली अराजकता  पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सांसद अशोक चव्हाण ने आगे कहा कि अकोला मनपा में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। संपत्ति कर का पुनर्मूल्यांकन किए जाने के बावजूद भी  स्थापत्य को बेवजह करोड़ों रूपए देकर  अपनी जेबें भरी गईं ऐसा आरोप भी सांसद चव्हाण ने लगाया। पत्र परिषद में प्रदेशाध्यक्ष सांसद अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, विधान परिषद के उपसभापति माणिकराव ठाकरे, पूर्व शिक्षा मंत्री वसंत पुरके, सांसद हुसैन दलवाई, अनंतराव देशमुख, पृथ्वीराज साठे, अनंतराव घारड, अकोला जिला व शहर कांग्रेस कमिटी  के जिलाध्यक्ष हिदायत पटेल, महानगर अध्यक्ष बबनराव चौधरी, पूर्व मंत्री खान मोहम्मद अजहर हुसैन, एड. नातीकोद्दीन खतीब, लक्ष्मणराव तायडे, रामदास बोडखे, सुधाकर गणगणे, प्रकाश तायडे, मदन भरगड, डा. सुधीर ढोणे, साजिद खान पठान, अनंतराव बगाडे, कपिल रावदेव, रमाकांत खेतान, प्रदीप वखारिया, मो. बद्रुज्जमा समेत सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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