TI की प्रताड़ना से तंग आकर हवलदार ने दी जान, वीडियो में सुनाई आपबीती

TI की प्रताड़ना से तंग आकर हवलदार ने दी जान, वीडियो में सुनाई आपबीती

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-03 06:35 GMT
TI की प्रताड़ना से तंग आकर हवलदार ने दी जान, वीडियो में सुनाई आपबीती

डिजिटल डेस्क,भिंड। 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर रौन थाने में सफाई के दौरान TI सुरेंद्र सिंह गौर और हवलदार रामकुमार शुक्ला के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि टीआई ने हवलदार से मारपीट कर दी। विवाद के बाद रामकुमार ने जहर खा लिया। जिला अस्पताल से हवलदार को ग्वालियर रेफर किया गया है, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मरने से पहले हवलदार रामकुमार ने वीडियो में आपबीती बताई है।

क्या है पूरा मामला ?
दरअसल गांधी जयंती के मौके पर रौन थाने में पदस्थ हवलदार रामकुमार शुक्ला का थाने में सफाई अभियान को लेकर टीआई सुरेंद्र सिंह गौड़ से विवाद हुआ था। इसके बारे में उन्होंने भिंड में पत्नी और बेटे आकाश को फोन पर बताया था। विवाद के बाद हवलदार ने अपने कमरे में जाकर जहर खा लिया। विवाद की बात पता लगते ही परिजन थाने पहुंचे। रामकुमार की हालत खराब होते देख उसे जिला अस्पताल ले गए।

जिला अस्पताल में लहार के प्रभारी SDOP राकेश कुमार छारी और मीडियाकर्मियों को हवलदार रामकुमार ने बताया कि टीआई कुछ दिन से उसे प्रताड़ित कर रहे थे। स्वच्छता अभियान के दौरान TI ने उससे फावड़ा चलाने के लिए कहा। हवलदार का कहना है उन्होंने TI से कहा कि मुझे लीवर की बीमारी है। फावड़ा नहीं चल पाएगा। इसी बात पर TI ने गालियां दी और कुल्हाड़ी के बेंत से मारा और रोजनामचा में मेरे खिलाफ रिपोर्ट डाली व एसपी को भड़का दिया। हवलदार का कहना था कि जब SP से TI की शिकायत की तो SP ने उसे ही डांट दिया और कहा लाइन अटैच कर देंगे।

मामले में  भिंड SP अनिल सिंह कुशवाह का कहना है कि हवलदार से सफाई अभियान के दौरान थानेदार ने कहा होगा तो उसने मना कर दिया। फिर जो भी वाद-विवाद हुआ होगा पता नहीं चला। मुझे बताया गया वह काफी चिल्ला रहा है और काम नहीं करना चाहता। फिर पता चला उसने पॉइजन खाया है तो उसे इलाज के लिए भिजवाया। मैंने उसे निलंबन या लाइन भेजने की कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में SDOP से जांच करा रहे हैं।वहीं, रौन थाना TI सुरेंद्र सिंह गौड़ का कहना है कि थाने में सभी लोग साफ-सफाई कर रहे थे। यह कुल्हाड़ी लेकर पहुंचे। मैंने कहा फावड़ा और बेलचे से काम होगा तो मुझसे अभद्रता की और गाली-गलौज की। ढाई घंटे थाने के बाहर खड़े होकर अभद्रता करता रहा। आने-जाने वाले लोग सुनते रहे। मैं अपने कमरे में चला गया। भिंड से उनका बेटा आया तब मालूम हुआ कि जहर खा लिया। 

 

 

 

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