अधूरे पड़े हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान, पूरा नहीं हुआ लक्ष्य

अधूरे पड़े हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान, पूरा नहीं हुआ लक्ष्य

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-30 07:12 GMT
अधूरे पड़े हैं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकान, पूरा नहीं हुआ लक्ष्य

डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। शासन की योजनाओं को मूर्त रूप देने के जो प्रयास वर्ष 2017-18 के दौरान किए गए थे। उसमें अभी अनेक कार्य अधूरे पड़े हुए है।प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना जोर शोर से प्रारंभ हुई और इस योजना के तहत जहां शहरी क्षेत्र में 384 आवास का लक्ष्य दिया गया था। वह अभी भी अधूरा पड़ा हुआ है। यहां आवास न बन पाने के कारण हितग्राहियों को योजना का लाभ नहीं मिला। वहीं ग्रामीण और विकासखण्ड स्तर पर तैयार हो रहे आवासों में कहीं दूसरी तो कहीं तीसरी किश्त भी हितग्राहियों को नहीं मिल सकी है। अलबत्ता 500 से अधिक आवास हितग्राहियों को सौपे जा चुके है जहां बिजली, पानी और शौचालय की समस्याएं भी सामने आ रही है। आवास योजना के अलावा नरेगा और बीआरजीएफ के कार्य अभी भी अधूरे पड़े हुए है। जैसा कि विदित हो कि बीआरजीएफ की योजना बंद कर दी गई है, लेकिन योजना के तहत जो कार्य शेष है उनकी ओडीएफ भी नहीं हो सकी है। ऐसे हालात में ग्राम क्षेत्रों का विकास रूका हुआ है। यहां 60 हजार शौचालय का निर्माण शेष बताया गया है। जिसके लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रयास किए जाने की बात कहीं गई।
स्वच्छ भारत बनेगा मुद्दा
भले ही जिले में स्वच्छ भारत अभियान के प्रति लोगों में जागरूकता नहीं आई है, लेकिन अधिकारियों ने इस मिशन को मुद्दा बनाने का निर्णय लिया है। जिसमें मुख्य रूप से शहर व ग्राम क्षेत्रों में विकास की योजनाओं में इसे प्राथमिकता दी जा रही है। नगरीय क्षेत्र में नगर परिषद ने स्वच्छता मिशन के चलते प्रमुख चौराहों पर लगभग 75 डस्टबिन सेट जिसमें सूखा व गीला कचरा रखा जा सके लगवाए है। वहीं आगामी योजना में इसे सभी वार्ड क्षेत्रों और कम दूरी के अंतराल में रखवाएं जाने का भी निर्णय लिया गया है। स्वच्छ भारत की इस पहल के अलावा, रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था भी की जा रही है। वहीं नवीन पक्की नालियों का निर्माण, सड़कों का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर तय की गई है।
कार्यो में लाई जाएगी गति
चूंकि मैने अभी हाल ही में जिला पंचायत सीईओ का पदभार संभाला है और ऐसे हालात में कहां कितनी योजनाएं पेडिंग पड़ी हुई है इसकी जानकारी लगातार जनपद सीईओ को बैठक में बुलाकर ली जा रही है  वहीं सरपंच, सचिव से भी चर्चा की जा रही है। यह कहना है नवागत जिला पंचायत सीईओ अनुराधा पी. का उन्होंने कहा कि यहां वर्तमान स्थितियों में तीन विकासखण्डों में कार्य की प्रगति जिसमें करंजिया, मेहंदवानी आदि है। वहां कार्यो को समय पर पूरा कराए जाने के निर्देश दिए जा रहे है। स्वच्छता, आवास, शौचालय, नरेगा की जो योजनाएं शासन स्तर पर तैयार की गई है उन योजनाओं को प्राथमिकता से पूर्ण कराया जाएगा। यहां लगभग 60 हजार शौचालय का निर्माण शेष है वहीं बीआरजीएफ और मजदूर पलायन की दिशा में भी प्लान तैयार किया जा रहा है।

 

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