नाली की गुणवत्ता जांचने गए उपयंत्री से ठेकेदार ने की मारपीट

नाली की गुणवत्ता जांचने गए उपयंत्री से ठेकेदार ने की मारपीट

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-03 08:55 GMT
नाली की गुणवत्ता जांचने गए उपयंत्री से ठेकेदार ने की मारपीट

डिजिटल डेस्क कटनी । जुहिला रपटा से माई नदी तक एक करोड़ साठ लाख रुपए की लागत से निर्माणाधीन नाली की जांच करने गए नगर निगम के उपयंत्री से ठेकेदार द्वारा मारपीट का मामला दिन भर सुर्खियों में रहा है। उपयंत्री ने निगमायुक्त को लिखकर ठेकेदार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध किया है। इस मामले को लेकर निगमायुक्त के कक्ष में देर शाम तक मंत्रणा चलती रही। मुख्यमंत्री अधो संरचना के तहत हो रहे निर्माण में गुणवत्ता से खिलवाड़ की शिकायत भोपाल तक पहुंची थीं। नगरीय प्रशासन भोपाल का पत्र एक माह से फाइलों में दबा पड़ा था। एक माह से दबा था आदेश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के कार्यपालन यंत्री ने जांच के आदेश एक माह पहले ही दे दिए थे। एक माह के दौरान इस पत्र में अफसरों ने  खानापूर्ति करने का काम किया। 30 जनवरी को ही भोपाल से यह पत्र जारी कर दिया गया था। तब से यह पत्र कार्यालय की शोभा बढ़ाता रहा। बाद में जब भोपाल से पूछपरख हुई, तब आयुक्त ने एक्शन लिया। 3 फरवरी को इस पत्र के माध्यम से आयुक्त ने पीडब्ल्यूडी विभाग के ईई को प्रकरण की जांच करते हुए प्रतिवेदन के निर्देश दिए थे। कमिश्नर के निर्देश पर भी जांच आगे नहीं बढ़ी।
ठेकेदार ने दी भोपाल की धौंस
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में जब नगरीय प्रशासन विभाग से रिमाइंडर पहुंचा तब उपयंत्री सुनील सिंह रविवार को जांच करने पहुंचे। जिस पर ठेकेदार उपयंत्री से भिड़ गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। ठेकेदार अपनी पहुंचे भोपाल तक होने का रौब गांठने लगा तो उपयंत्री ने अपने अधिकार बताए। जिससे बौखलाकर ठेकेदार ने उपयंत्री पर हाथ छोड़ दिया।
मेहरबान हैं निगम के अफसर
नाला निर्माण में ठेकेदार के ऊपर पिछले एक वर्ष से निगम के अफसर मेहरबान हैं। छह माह के अंतराल में दो जगह पर नाला दरक गया। लोगों ने इसकी लिखित शिकायत भी निगम के अधिकारियों से की। इसके बावजूद किसी तरह की कार्यवाही अफसरों ने नहीं की। एक माह पहले तिलक कॉलेज के पास सेट्रिंग खोलते समय नाले का बड़ा हिस्सा ढह गया था। यहां पर तीन-तीन वार्डों के तत्कालीन पार्षदों ने विरोध जताया, फिर भी अफसर किसी तरह से जांच नहीं किए।
अफसरों ने साधा मौन
इस बारे में नगर निगम कमिश्नर आर.पी.सिंह, अधीक्षण यंत्री शैलेन्द्र शुक्ला एवं कार्यपालन यंत्री राकेश शर्मा से सम्पर्क करने उनके मोबाइल पर कई बार कॉल किए गए लेकिन हर कोई जवाब देने से बचता रहा। किसी अधिकारी ने कॉल रिसीव नहीं किया। बताया जाता है कि इस मामले को लेकर देर रात तक नगर निगम में मंत्रणा चलती रही।
इनका कहना है
  नगरीय प्रशासन संचालनालय एवं निगमायुक्त के निर्देश पर नाली निर्माण की जांच करने मौके पर गया था। इसकी पूर्व में शिकायतें हुई थीं। निरीक्षण केदौरान वहां ठेकेदार द्वारा जांच में असहयोग करते हुए अभद्रता की जाने लगी और भोपाल की धौंस दी गई। जब शालीनता से बात करने कहा तो उसने हाथ छोड़ दिया। इसकी लिखित शिकायत नगर निगम कमिश्नर की है। कमिश्नर को  पत्र सौंपकर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध किया है।
- सुनील सिंह, उपयंत्री ननि
  उपयंत्री सुनील सिंह के साथ ठेकेदार के द्वारा मारपीट किये जाने की जानकारी है। इस संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस पर कलेक्टर-नगर निगम प्रशासक से चर्चा करके आगे कार्यवाही की जाएगी।
- आर.पी. सिंह, निगमा

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