उपार्जन केंद्रों में कोरोना का साया, संभाग में 3 की मौत, 45 से अधिक संक्रमित

उपार्जन केंद्रों में कोरोना का साया, संभाग में 3 की मौत, 45 से अधिक संक्रमित

Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-27 13:54 GMT
उपार्जन केंद्रों में कोरोना का साया, संभाग में 3 की मौत, 45 से अधिक संक्रमित

गेहूं खरीदी में नहीं आई तेजी, अब तक 1260 एमटी की खरीदी, कर्मचारियों को कोरोना योद्धाओं में शामिल करने उठी मांग
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
उपार्जन केंद्रों एवं राशन दुकान भी कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं। कर्मचारी लगातार संक्रमित हो रहे हैं। तीन सप्ताह के भीतर ही संभाग के तीनों जिलों में उपार्जन कार्य में लगे सहकारी समितियों के 3 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है, जबकि 45 से अधिक संक्रमित बताए जा रहे हैं। इसको लेकर न केवल इस कार्य में लगे कर्मचारियों बल्कि किसानों में भी दहशत व्याप्त हो गया है।     ऐसी स्थिति को देखते हुए सहकारी समिति कर्मचारियों ने विभाग को भी कोरोना योद्धा कल्याण योजना में शामिल करने की मांग फिर से उठाई गई है, ताकि कर्मचारियों का बेहतर इलाज के साथ मृत्यु की दशा में परिवार को आर्थिक लाभ पहुंच सके। कोरोना संक्रमण के कारण ही उपार्जन में तेजी नहीं आ रही है। 
सहकारी विभाग के सैकड़ों कर्मचारियों पर संकट
संभाग में उपार्जन का एवं शासकीय राशन दुकानों से खाद्यान्न वितरण का कार्य सहकारी समिति के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। करीब 100 समितियों के 700 से अधिक कर्मचारियों और सैकड़ों हम्माल व अन्य कर्मचारियों पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। खरीदी का कार्य 1 अपै्रल से शुरु किया गया था। इन 25 दिनों में ब्यौहारी के खैरा समिति प्रबंधक तथा उमरिया जिले के मानपुर ब्लाक अंतर्गत दो प्रबंधकों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। कार्य पर लगे कर्मचारियों ने बताया कि संक्रमण रोकने जो व्यवस्था हो सकती है वह किए जा रहे हैं, लेकिन नान व खाद्य विभाग द्वारा कोई मदद नहीं की जा रही है। खाद्य विभाग द्वारा एक सेनेटाइजर व दो मास्क दिए जा रहे हैं। खरीदी कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सकता, क्योंकि बोरी उठाने जैसे कार्य में संपर्क बनता ही है। वहीं राशन वितरण कार्य में पीओएस पर अंगूठा लगवाया जाता है। 20 प्रतिशत से ही अंगूठा लगाने के निर्देश हैं, कैसे तय किया जा सकता है कि कौन संक्रमित है। ऐसे में किसानों व राशन वालों मेें भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
खरीदी के 26 दिन
शहडोल जिले में 26 दिन बाद भी खरीदी के कार्य में तेजी नहीं आ पा रही है। कुल 38 उपार्जन केंद्रों में अभी तक मात्र 1260 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी ही की जा सकी है। जबकि इस बार 31 हजार एमटी खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रबंधक एमएस उपाध्याय ने बताया कि खरीदी की अंतिम तारीख 15 मई से बढ़ाकर 25 मई जरूर कर दी गई है, लेकिन लक्ष्य प्राप्त करना बड़ा मुश्किल होगा। समितियों के लोग लगातार संक्रमित हो रहे हैं, जबकि केंद्रों पर व्यवस्था के माकूल इंतजाम किए गए हैं। 
संघ की मांग पर भेजा पत्र
मप्र सहकारी संस्थाएं कर्मचारी महासंघ ने मांग की है कि खरीदी व राशन वितरण के कार्य में लगे कर्मचारियों की कोरोना से मौत व संक्रमण को ध्यान में रखते हुए राहत दिलाई जाए। कर्मचारियों के लिए किसी प्रकार की सहयोग निधि निर्धारित नहीं है। न ही कोरोना फ्रंट वारियर में रखा गया है। स्वास्थ्य, सफाई कर्मी, नगरीय विकास कर्मचारियों की तरह सहकारी समितियों के कर्मचारियों को कोरोना योद्धा में शामिल कर लाभ दिलाया जाए, ताकि उनका मनोबल बढ़ सके। वहीं जिला सहकारी समिति के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाए भोपाल को पत्र द्वारा कोरोना संक्रमण हुई मौतों को देखते हुए बैंक से सम्बद्ध प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति के कर्मचारियों को कोरोना योद्धा कल्याण योजना में सम्मिलित करने की सिफारिश की गई है।

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