2022 से दौड़ेगी देश की पहली बुलेट ट्रेन, भूमि अधिग्रहण में महाराष्ट्र से आगे गुजरात

2022 से दौड़ेगी देश की पहली बुलेट ट्रेन, भूमि अधिग्रहण में महाराष्ट्र से आगे गुजरात

Tejinder Singh
Update: 2019-08-11 08:39 GMT
2022 से दौड़ेगी देश की पहली बुलेट ट्रेन, भूमि अधिग्रहण में महाराष्ट्र से आगे गुजरात

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश की पहली बुलेट ट्रेन का निर्माण कार्य अगले साल से शुरु होगा। महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इसके जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। मुंबई-अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली बुलेट ट्रेन की शुरुआत आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर 2022 में होने वाली है। एक लाख करोड़ के लागत वाली इस परियोजना को नेशनल हाईस्पीड रेल कारपोरेशन (एनएचएसआरसीएल) के माध्यम से पूरा किया जाना है। एनएचएसआरसीएल के महाप्रबंधक (परिचालन) पंकज उके ने बताया कि 508 किलोमीटर में से 155.64 किलोमीटर महाराष्ट्र, 2 किलोमीटर दादरा-नगरहवेली और 50.53 किलोमीटर हिस्सा गुजरात में आएगा। इस परियोजना के लिए जरूरी 1379.59 हेक्टेयर जमीन में से 998.78 हेक्टेयर जमीन निजी भूमि है। 154.63 हेक्टेयर जमीन सरकारी, 127.50 हेक्टेयर भारतीय रेल और 98.68 हेक्टेयर जमीन वन विभाग की है। बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए गुजरात में लगने वाली कुल 742.13 हेक्टेयर में से 325.9 हेक्टेयर जमीन के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हो गए हैं। अधिकारी ने बताया कि हम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले करीब 60 से 70 फीसदी जमीन का अधिग्रहण कर लेंगे। उन्होंने बताया कि संयुक्त माप सर्वेक्षण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। गुजरात में 198 गावों में से 183 में संयुक्त माप सर्वे का काम पूरा हो गया है। जबकि महाराष्ट्र के 97 गांवों में से 72 में सर्वे का काम पूरा हुआ है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन दो जिलों ठाणे और पालघर से होकर गुजरेगी। तलसारी और दहाणु तहसील क्षेत्र में जमीन न देने को लेकर कुछ विरोध हुआ था। लेकिन अब लोग अपनी जमीनें देने को तैयार हैं। जबकि वसई में कुछ समस्या है जिसे जल्द सुलझा लिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए कंस्ट्रक्शन कार्य 8 पैकेज में होगा। इनमें से तीन पैकेज के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2023 तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। उके ने कहा कि हमारी कोशिश है कि 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर बुलेट ट्रेन को एक खंड में शुरु कर दिया जाए।  उन्होंने बताया कि शुरुआत में सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक अहमदाबाद के साबरमती स्टेशन से मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्टेशन के बीच  बुलेट ट्रेन प्रतिदिन 70 फेरे लगाएगी। यानी 35 फेरे साबरमती से मुंबई की ओर, और 35 फेरे मुंबई से साबरमती की ओर। लेकिन धीरे-धीरे इन फेरों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। 

बुलेट ट्रेन परियोजना: एक नजर में

-    भारत की पहली बुलेट ट्रेन की तकनीक जापानी होगी।
-    एक बुलेट ट्रेन में 10 कोच होंगे और इस पर एक बार में 1300 लोग सवार हो सकेंगे।
-    देश की पहली बुलेट ट्रेन 320 घंटे प्रति किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी।
-    बुलेट ट्रेन में दो श्रेणियां बिजनेस और स्टैंडर्ड क्लास होगी। 
-    बुलेट ट्रेन की प्रतिदिन 70 सेवाएं चलाई जाएंगी।
-    इनमें से कुछ ट्रेने सभी स्टेशनों पर रुकेंगी जबकि कुछ नॉन स्टाप होंगी।
-    मुंबई-अहमदाबाद के बीच कुल 12 स्टेशन बीकेसी मुंबई-ठाणे-विरार-बोईसर-वापी-बिलमोरा-सुरत-भरुच-बडोदा-आनंद/नाडिया , अहमदाबाद व साबरमती होंगे।
-    बुलेट ट्रेन से मुंबई-अहमदाबाद की दूरी 2 घंटे में तय हो सकेगी और इसके लिए किराए के तौर पर 3 हजार चुकाने होंगे। जबकि बीकेसी मुंबई से ठाणे के बीच का किराया 250 रुपए होंगा। 

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