कम वैक्सीन होने की खबरों के बीच चार सेंटरों में उमड़ पड़ी भीड़, गाइड लाइन भूले लोग

कम वैक्सीन होने की खबरों के बीच चार सेंटरों में उमड़ पड़ी भीड़, गाइड लाइन भूले लोग

Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-06 11:43 GMT
कम वैक्सीन होने की खबरों के बीच चार सेंटरों में उमड़ पड़ी भीड़, गाइड लाइन भूले लोग

डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले में कोरोना का विस्फोट लगातार हो रहा है। केस बढऩे के साथ ही मौतें भी हो रही हैं। दो दिनों से वैक्सीन की कमी भी हो गई, जिसके कारण लोगों में चिंता बढ़ गई। रविवार को वैक्सीनेशन बंद रहा। रविवार की शाम करीब एक हजार डोज वैक्सीन पहुंचने के बाद सोमवार को केवल चार केंद्रों में ही वैक्सीनेशन का कार्य कराया गया। इसमें से एक सेंटर जिला चिकित्सालय में सेकेंड डोज के लिए था। बाकी तीन सेंटरों में भारी भीड़ उमड़ी। हालांकि चार सेंटरों में आज 45 वर्ष से ऊपर के कुल 613 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। लेकिन वैक्सीन की कमी न हो जाए इस भय से सेंटरों में इतनी अधिक भीड़ जमा हो गई कि सामाजिक दूरी दर किनार होकर रह गई। सेंटरों में मौजूद स्टॉफ अपने-अपने कार्य में लगे रहे, परंतु आने वाले लोगों को सोशल डिस्टेसिंग व अन्य गाइड लाइन का पालन कैसे करना है, यह मोटीवेशन करने वाला कोई नहीं था। हालांकि लोगों द्वारा कोरोना को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। वैक्सीनेशन को लेकर आपाधापी का माहौल तो बनाया ही जा रहा है, सेंपल जांच के बाद भी बाहर घूम रहे हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा बनता है।
 कहां के कैसे रहे हालात
जिला चिकित्सालय में हेल्थ व फं्रट लाइन को सेकेंड डोज लगाए गए। वहीं आयुष चिकित्सालय, नगरपालिका के मानस भवन तथा पुलिस लाइन अस्पताल में 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को टीका लगाया गया। आयुष चिकित्सालय में सुबह 11 बजे के पहले ही बड़ी संख्या में लोग पहुंचने लगे। आलम यह रहा कि रजिस्ट्रेशन कक्ष से लेकर वैक्सीनेशन कक्ष तक लोग एक दूसरे से सटकर खड़े होकर बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी प्रकार नगरपालिका के मानस भवन हाल के बाहर तक लोगों की लाइन लगी हुई थी। केंद्रों में डिस्टेंस के अनुसार गोले आदि नहीं लगाए गए थे। ऐसे में नियमों का पालन होते नहीं दिखा। जबकि निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार दो गज की दूरी बनाना आवश्यक है। 
केवल मेडिकल में कर रहे भर्ती
पॉजिटिव मरीजों को वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के कोविड सेंटर में ही भर्ती किया जा रहा है। वर्तमान में वहां 90 से अधिक मरीज भर्ती हैं। भर्ती मरीजों में शहडोल के अलावा अनूपपुर, उमरिया के अलावा डिण्डौरी व सतना जिले ेके मरीज भी शामिल हैं। गत वर्ष जिला चिकित्सालय में 10 बेड का आईसीयू केयर सेंटर व दो कमरों को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया था, लेकिन इस बार यहां मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। प्रशासन के अनुसार अभी मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त बेड हैं। जनरल व आईसीयू तथा ऑक्सीजन वाले मिलाकर कुल 210 बेड सुरक्षित हैं। 
 

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