सिंचाई के लिए मिलेगा पानी, कन्हान और नागनदी पर बनेंगे बांध- पालकमंत्री बावनकुले,

सिंचाई के लिए मिलेगा पानी, कन्हान और नागनदी पर बनेंगे बांध- पालकमंत्री बावनकुले,

Anita Peddulwar
Update: 2017-11-28 06:45 GMT
सिंचाई के लिए मिलेगा पानी, कन्हान और नागनदी पर बनेंगे बांध- पालकमंत्री बावनकुले,


डिजिटल डेस्क,नागपुर।   पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि कन्हान नदी पर तीन बांध और नाग नदी पर एक बांध बनाकर पानी नहरों से  खेत तक पहुंचाने के लिए उपाययोजना की जा रही है। इसके लिए 3 हजार 200 करोड़ रुपए का प्रारूप तैयार किया गया है। उक्त प्रकल्प प्राकृतिक आपत्ति व्यवस्थापन अंतर्गत लेने के संदर्भ में नियोजन किया जा रहा है। जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले साल बारिश काफी कम हुई है जिसका असर भी दिख रहा है।  तोतलाडोह बांध में पानी का भंडारण नहीं होने से अब प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। पहले किसानों को रबी फसल के लिए पानी देने से इनकार करने पर अब एक पाली में पानी देने की तैयार की गई है। हालांकि, यह पानी किसानों को 21 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी के बीच एक समय यानी 16 दिन ही उपलब्ध कराया जाएगा। इस अनुसार किसानों को अपना नियोजन करना होगा। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कृषि अधिकारियों को किसानों तक यह सूचना पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। पानी की कमी की बड़ी वजह चौराई बांध भी माना जा रहा है। चौराई बांध बनने से पेंच जलाशय में पानी का बड़ा अनुशेष बाकी है। जिस वजह से पीने के पानी और सिंचाई के पानी को लेकर पुनर्नियोजन करना पड़ा। इस समस्या से निपटने पर्यायी व्यवस्था के तौर पर मध्यप्रदेश स्थित लेहघोगरी बांध से टनल द्वारा पानी लाने का नियोजन किया जा रहा है।  

पानी की बर्बादी बंद करने पर दिया बल,मॉल-उद्योगों को झटका
पालकमंत्री बावनकुले ने कहा कि, पेंच प्रकल्प में आरक्षण के अनुसार नागपुर शहर को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। पानी का नियोजन कर महानगरपालिका को पानी की बर्बादी टालने की दृष्टि से वॉटर अॉडिट करने का निर्देश भी दिया गया है। पालकमंत्री ने कहा कि, शहर के लिए आवश्यक पानी और भूगर्भ में उपलब्ध पानी का समन्वय बनाकर मॉल, उद्योग सहित व्यावसायिक क्षेत्र को पीने के पानी का उपयोग बंद किया जाएगा। पानी की बर्बादी बंद कर पानी की बचत कैसे की जा सकती है, इस संबंध में रिपोर्ट एक महीने में पेश करने के निर्देश दिए गए। 

बिजली प्रकल्पों में एसटीपी के  पानी का इस्तेमाल करें 
पानी और सिंचाई व्यवस्था को लेकर आयोजित बैठक में पालकमंत्री ने कहा कि, पेंच प्रकल्प के पीने के पानी की बजाय कोराडी व खापरखेड़ा बिजली प्रकल्प, भांडेवाड़ी मलनिस्सारण केंद्र में पानी पर प्रक्रिया किए गए पानी का इस्तेमाल करें। मौदा स्थित एनटीपीसी प्रकल्प फिर से उपयोग के लायक पानी को लेकर अपनी पॉलिसी बनाए। पीने का पानी सिर्फ पीने के लिए उपयोग हो। इस अनुसार संबंधित संस्थाओं पर कार्रवाई भी करें। रबी और खरीफ फसल में किसानों को हुए नुकसान के संबंध में सर्वेक्षण करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर विधायक सुनील केदार और पूर्व मंत्री राजेंद्र मुलक ने पेंच प्रकल्प अंतर्गत लाभ क्षेत्र में खरीफ फसल के लिए कुछ क्षेत्रों में पानी नहीं मिलने से नुकसानग्रस्त क्षेत्रों में नुकसान भरपाई देने की मांग की। बैठक में विधायक सुनील केदार, पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र मुलक, निवासी उपजिलाधिकारी रवींद्र खजांजी, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता बी.एस. स्वामी, अधीक्षक अभियंता ललित इंगले, कार्यकारी अभियंता श्री तुरखेडे, एस.जी. ढवले आदि उपस्थित थे।

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