बेटी ने मुखाग्रि देकर अदा किया पितृ ऋण- छोटी बेटी को घर लेकर आ रहे पिता की ट्रेन में थमी सांसें

बेटी ने मुखाग्रि देकर अदा किया पितृ ऋण- छोटी बेटी को घर लेकर आ रहे पिता की ट्रेन में थमी सांसें

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-02 09:07 GMT
बेटी ने मुखाग्रि देकर अदा किया पितृ ऋण- छोटी बेटी को घर लेकर आ रहे पिता की ट्रेन में थमी सांसें

डिजिटल डेस्क  कटनी । लोग बेटों की चाह में न जाने क्या-क्या जतन करते है, पर बेटियां आज समाज की उस धारा से जुड़ चुकीं हैं जिसमें रूढ़िवादिता की कोई जगह नहीं। कल तक जो काम समाज की नजरों में सिर्फ  बेटों के दायित्व हुआ करते थे आज सामाजिक बन्धनों से हट कर बेटी उस दायित्व को भी  निभा रही हैं। कटनी में बेटी द्वारा रूढ़िवादिता को मिटाने का उदाहरण तब देखने को मिला जब एक बेटी ने अपने पिता का वह पितृ ऋण चुकाया। बेटी को ग्रीष्म कालीन अवकाश के बाद घर वापस लाने के लिए गए पिता की जिंदगी का सफर रास्ते में ही खत्म हो गया। पिता की मृत्यु ने बेटी को झकझोर दिया लेकिन उसने पूरी हिम्मत दिखाई और शव को घर लेकर आई।    

दोनों बेटियां कर रहीं पढ़ाई 
वहीं बड़ी बेटी ने बेटे का फर्ज निभाने का निश्चय किया और पिता को मुखाग्रि देकर अंतिम संस्कार किया। जानकारी मुताबिक गुरुनानक वार्ड निवासी एड्वोकेट अजय घई की दो बेटियां क्रमश: महिमा और गरिमा हैं। बड़ी बेटी इंदौर में अध्ययनरत है जबकि दूसरी बेटी वनस्थली राजस्थान में अध्ययन करती है। परीक्षा समाप्त होने के बाद गरिमा को लेने के लिए अजय घई राजस्थान गए हुए थे और जब बेटी को लेकर वापस हो रहे थे उसी दौरान दिल का दौरा पडऩे के कारण टे्रन में उनकी मौत हो गई। घटना से घबराई बेटी ने सह यात्रियों की सहायता से सवाई माधवपुर में पिता को उतारा और अस्पताल लेकर गई जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम कराने के बाद गरिमा पूरी हिम्मत के साथ पिता के शव को घर लेकर आई।

गमगीन माहौल में अजय घई के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू की गईं लेकिन मुखाग्रि देने के लिए पुत्र तुल्य  कोई नहीं मिला तब बड़ी बेटी महिमा ने पिता को मुखाग्रि देने का निश्चय किया। पहले तो कुछ लोगों ने महिमा के इस फैसले पर असहमति जताई लेकिन बाद में लोगों ने बिटिया की इच्छा का सम्मान किया। मुक्ति धाम में मुखाग्नि देती बेटी को  जिसने भी देखा वह भावुक हो गया और यह कहने से नहीं चूका कि सचमुच बेटी की महिमा अपरंपार है। अंतिम संस्कार में विधायक संदीप जायसवाल सहित पार्षद मौसूफ बिट्टू, एड्. संतू परौहा, एड्. भरत अग्रवाल, एड्. मनोज सोनी, एड्. अभिषेक पांडेय, राजू परौहा सहित जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों ने शामिल होकर नम आंखों से अजय घई को अंतिम विदाई दी। 

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