उद्गम पर ही प्रदूषित हो रही नर्मदा, अमरकंटक के आश्रम व होटल संचालकों को एसटीपी लगाने के निर्देश

उद्गम पर ही प्रदूषित हो रही नर्मदा, अमरकंटक के आश्रम व होटल संचालकों को एसटीपी लगाने के निर्देश

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-06 07:47 GMT
उद्गम पर ही प्रदूषित हो रही नर्मदा, अमरकंटक के आश्रम व होटल संचालकों को एसटीपी लगाने के निर्देश

डिजिटल डेस्क, शहडोल। मां नर्मदा को उद्गम स्थल से ही प्रदूषित किया जा रहा है। पवित्र व ऐतिहासिक नदी अमरकंटक में स्थित आश्रम व होटलों द्वारा गंदे पानी को वैतरणी नाला सवं सावित्री-गायत्री नाला के माध्यम से नर्मदा नदी में प्रवाहित कर प्रदूषित किया जा रहा है। यह स्थिति उस समय सामने आई जब संभागायुक्त शोभित जैन ने गत दिवस अमरकंटक में बैठक लेकर प्रदूषण के बारे में समीक्षा की। बैठक में यह स्थिति उजागर हुई कि अमरकंटक में प्रमुख रूप से 15 होटलों व आश्रम में से वर्तमान में केवल 2 आश्रम व होटलों द्वारा ही एसटीपी की स्थापना की गई है। अमरकंटक में कई होटल व आश्रम नर्मदा नदी के बिलकुल किनारे पर बिना किसी योजना के निर्मित किए गए हैं। बैठक में कमिश्नर ने उपस्थित आश्रम व होटल संचालकों से कहा कि एसटीपी निर्माण के लिए सक्रिय भूमिका अदा करें। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों को पर्यावरण संबंधी कानूनों के तहत सख्ती बरतने के निर्देश दिए।

एसडीपी स्थापित कराने के निर्देश
अमरकंटक के सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में कुछ आश्रम प्रबंधकों द्वारा एसटीपी लगाने में होने वाली लागत के कारण अनिच्छा व्यक्त की। जिस पर कमिश्नर ने कहा कि उन्हें नर्मदा अत्यंत प्रिय है तो आश्रम व होटल प्रबंधकों के स्थानीय होने के कारण और भी प्रिय होनी चाहिए। नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त करने की जितनी जिम्मेदारी शासन की है उतनी ही अमरकंटक के आश्रमों व होटलों की भी है। उन्होंने सभी को जल अधिनियम 1974 के प्रावधानों के पालनार्थ अतिशीघ्र एसडीपी स्थापित कराने के निर्देश दिए।

पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन 
पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव मेहरा द्वारा नर्मदा नदी में वर्तमान में हो रहे प्रदूषण एवं उसके नियंत्रण के उपायों के विषय में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने जानकारी दी कि भूमि की उपलब्धता होने पर पंरपरागत तरीके से एसटीपी जैसे ऑक्सीजन पौंड व ऑक्सीडेशन डिच एक लाख रुपए से दो लाख रुपए में आसानी से स्थापित हो जाते हैं। 

बैठक में कल्याणी सेवा आश्रम से हिमाद्री मुनि, शिवगोपाल आश्रम से हनुमानदास, महेंद्रम विश्रामगृह से जितेंद्र त्रिवेदी, जैन टैंपल से अमर सिंघई, कमला आश्रम से रोहितलाल त्रिपाठी, नर्मदे आनन्दम की ओर से आशीष कुमार शर्मा तथा सर्वोदय विश्रामगृह से विपिन अग्रवाल, नर्मदा मंदिर से पुजारी कामता प्रसाद मौजूद रहे। इनके अलावा एसडीएम आईएएस बाला गुरु, जिला पंचायत सीईओ सरोधन सिंह, स्वयं सहायता समूह नर्मदा प्रहरी संजय श्रीवास, अमित राजपूत, नई उड़ान एनजीओ से अनंत किशोर द्विवेदी, पूर्णिमा प्रजापति, निर्मला दुबे, पीसीबी के वैज्ञानिक डॉ. एके दुबे, कनिष्ठ वैज्ञानिक गणेश कुमार बैगा, रसायनज्ञ अशोक शर्मा तथा रविकांत वर्मा भी उपस्थित रहे।
 

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