शीघ्र साकार नहीं होगा एसी बसें चलने का सपना

शीघ्र साकार नहीं होगा एसी बसें चलने का सपना

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-25 08:08 GMT
शीघ्र साकार नहीं होगा एसी बसें चलने का सपना

डिजिटल डेस्क, दमोह। दमोह से एसी बसें चलने का सपना अभी साकार होता दिखाई नहीं दे रहा, क्योंकि अमृत योजना के तहत 3 महीने पहले जबलपुर को मिली सरकारी एसी बसों के पहिए एक माह तक और थमे रहेंगे क्योंकि सूत्र सेवा की बसें चलने के पहले फिर एक नए पचड़े में फस गई है।

7 हो चुकीं हैं प्रारंभ
उल्लेखनीय है कि जबलपुर को मिली 24 बसों में से पहले पहुंचे 7 बसों का संचालन तो शुरू कर दिया गया, लेकिन दूसरी खेप में आई 17 बसें विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण नहीं चल पाई। इन 17 वर्षों में से 6 बसें दमोह आना थी। चुनाव खत्म हुए 15 दिन बीतने को है, लेकिन बस ऑपरेटरों ने बसों के रजिस्ट्रेशन परमिट को लेकर नया कानूनी दांव पेच फंसा दिया है। जिस कारण से मामला उच्च न्यायालय में लंबित हो गया है। यही कारण है कि इन बसों के रजिस्ट्रेशन और परमिट नहीं हो पा रहे हैं। इन सूत्र सेवा बसों के प्रारंभ होने से जबलपुर से पन्ना जबलपुर से भोपाल जबलपुर से ग्वालियर के लिए 7 बसें प्रारंभ होना थी, जो कि इन समस्याओं के कारण अभी तक प्रारंभ नहीं हो सकी। अब माना जा रहा है कि इन बसों के प्रारंभ होने में 1 से 3 माह है और लग सकता है।

इसका कहना है
न्यायालय में मामला पहुंच जाने के कारण परमिट और रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहे हैं शीघ्र ही मामला समाप्त होने पर कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाएगी।
जितेंद्र रघुवंशी, जिला परिवहन अधिकारी

ई अटेंडेंस को लेकर फिर मचेगा बवाल
दमोह स्कूल देरी से जाने या बिना वजह बिना आवेदन स्कूल से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों के लिए राज्य शिक्षा केंद्र का नया आदेश परेशानी का सबब बन सकता है। उल्लेखनीय है कि राज्य शिक्षा केंद्र ने एक आदेश जारी जारी कर फिर से शिक्षा एम एप से हाजिरी लगाने का आदेश दिया है। गर्मियों की छुट्टियों के पहले जिले के अधिकांश कौन हैं एप डाउनलोड भी कर लिया था और उपस्थिति लगाने की शुरुआत भी कर दी थी, लेकिन बाद में अध्यापक संगठनों के विरोध के बाद राज्य शासन द्वारा इसमे ढील बरत दी गई थी। जिस कारण से इस कार्य में बाधा आ गई थी, लेकिन अब फिर से इस नए आदेश से यह अनिवार्य कर दिया गया है।
 

 

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