शहर में लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण, लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल

शहर में लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण, लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-23 07:46 GMT
शहर में लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण, लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल

डिजिटल डेस्क  कटनी। जिले में वायु प्रदूषण के लगातार बढऩे के कारण नागरिकों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। हाल ही में जारी पीईबी की रिपोर्ट में कटनी सहित मध्य प्रदेश के दस शहरों को गंभीर माना गया है। जिले में वायु प्रदूषण के लेवल को दोगुना मापा गया है। पीएम-2 और 10 की मात्रा में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। बढ़ते प्रदूषण के पीछे क्रेशर प्लांट, हवा में धूल और धुआं को कारण माना गया है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश की राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर सहित कटनी में वायु प्रदूषण कई गुना बढऩे की बात सामने आई है। पीईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कटनी में क्रेशर प्लांट के धूल और धुएं इसके प्रमुख कारण है। पिछले साल सीपीसीबी ने भी कटनी के प्रदूषण को मानक से ज्यादा माना था।
वैज्ञानिकों ने भी गंभीर माना
 विश्व स्तरीय सम्मेलन में कैमोर नगर एवं आसपास के गावों में फाइबर रेशे और डस्ट के चलते मानव जीवन पर प्रभाव डाल रहा है। वहीं कनाडा से आएं वैज्ञानिकों के दल ने कलहरा ग्राम से मिट्टी, जल, वायु सहित अन्य मानकों की माप की। नमूने को अमेरिका की विश्व मान्य संस्था में भेजा, जांच के दौरान गंभीर रिपोर्ट सामने आई। इतना ही नहीं छह माह पूर्व बेल्जियम की टीम ने प्रदूषण पर कैमोर में एक फिल्म बनाई।   
मात्रा कई गुना बढ़ा
विशेषज्ञों का कहना है कि शहर ही अपितु ग्रामीण क्षेत्र में प्रदूषण के जानकार कहते है कि जिले में खदान की धूल और ऑटो के धुएं से हाइड्रोकार्बनिक गैस हवा में जहर की तरह घुल रही है। जिले में इस समय पीएम-10 की मात्रा 300 और पीएम-2 दोगुने से अधिक 200 माइक्रोग्राम प्रति क्युबिक मीटर से अधिक है। पीए-2 की मात्रा 60 और पीएम-10 की मात्रा 150 माइक्रोग्राम प्रति क्युबिक मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए।
वायु प्रदूषण बढऩे का मुख्य कारण वाहन है। इस संबंध में आरटीओ को कई बार पत्र भी लिखा गया है। धूल और अन्य कारण भी सामने आ रहे है।
-हेमंत कुमार तिवारी क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड

 

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