प्रवासी मजदूरों के 694 बच्चों को स्कूलों से जोड़ेगा शिक्षा विभाग - पुस्तकों की संख्या बढ़ाने की मांग

 प्रवासी मजदूरों के 694 बच्चों को स्कूलों से जोड़ेगा शिक्षा विभाग - पुस्तकों की संख्या बढ़ाने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-08 10:12 GMT
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 डिजिटल डेस्क दमोह । लॉकडाउन से प्रभावित प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में अपने घर वापस लौटे हैं। उनके साथ उनके बच्चे भी इस महामारी से प्रभावित हुए हैं। कक्षा पहली से आठवीं तक के ऐसे 694 बच्चों को अब स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए इनकी जानकारी एकत्रित कर इनके नामांकन के प्रयास शुरू कर रहा है। इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा भी मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम को कोविड-19 के संक्रमण काल में प्रवासी मजदूरों के साथ लौटे 5 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के नामांकन के बाद शिक्षा सत्र 2020 21 के लिए मुद्रित कराई जाने वाली दक्षता उन्नयन अभ्यास पुस्तकों की संख्या बढ़ाने के संबंध में भी कहां गया है।
 पहली से आठवीं कक्षा के छात्र
 रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीकृत प्रवासी परिवारों के स्कूलों में प्रवेश योग्य लगभग 694 बच्चे 5 से 14 आयु वर्ग के हैं, जिन्हें पहली से आठवीं तक स्कूल में प्रवेश दिया जाना है।सत्र 2020 में कक्षा 3 से 5 एवं कक्षा 6 से 8 की दक्षता उन्नयन अभ्यास पुस्तकें हिंदी एवं गणित के आवश्यकता एवं वितरण के लिए राज्य शिक्षा केंद्र को लिखा गया है।

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