खेत की फेंसिंग में करंट से आठ मवेशियों की मौत,जर्जर सर्विस लाइन के कारण हुआ हादसा

खेत की फेंसिंग में करंट से आठ मवेशियों की मौत,जर्जर सर्विस लाइन के कारण हुआ हादसा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-29 12:05 GMT
खेत की फेंसिंग में करंट से आठ मवेशियों की मौत,जर्जर सर्विस लाइन के कारण हुआ हादसा

डिजिटल डेस्क, उमरियापान/कटनी। मोटर पम्प के लिए खेतों में असुरक्षित तरीके से खींचे गए तारों के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। ऐसी ही एक घटना उमरियापान थाना क्षेत्र के ग्राम पचपेढ़ी में हुई, जहरं तार फेंसिंग में करंट से आठ मवेशियों की मौत हो गई। घटना शुक्रवार सुबह पांच बजे की बताई गई है।

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पचपेढ़ी में धनंजय मिश्रा के खेत में कंटीले तार की फेंसिंग है। इसी तार पर मोटरपम्प की सर्विस लाइन टच हो रही थी। सर्विस लाइन बीच में टूटी होने से फेंसिंग के तार में करंट आ गया। बताया गया है कि सुबह करीब पांच बजे मवेशी खेत में घास चरते हुए तार फेंसिंग के पास पहुंच गए। मवेशियों ने तार के उस पर जाने का प्रयास किया, जिससे मवेशी फेंसिग तार के सम्पर्क में आ गए और जोरदार करंट लगा। करंट लगने से आठ मवेशियों ने स्थल पर ही दम तोड़ दिया।

पास में ही मवेशी चरा रहे लोगों ने खेत के मालिक, पशु पालकों को सूचना दी। जानकारी के अनुसार इस हादसे में जगदीश झारिया की दो गाय, रामकृष्ण झारिया की एक गाय, नरेश पटेल की एक गाय, धनंजय मिश्रा के तीन मवेशियों की मौत हो गई। बताया गया है कि इनमें कुछ दुधारू गाय थीं। मवेशियों की मौत से पशु पालकों को काफी क्षति हुई है। इसे सौभाग्य ही कहा जाएगा कि उस समय अन्य कोई व्यक्ति फेंसिंग के तार के सम्पर्क में नहीं आया, वरना बड़ी जनहानि हो सकती थी।

एक दर्जन मवेशी भी मारे गए
पहली बारिश में विद्युत अमले की पोल खुलने लगी है। रख-रखाव के नाम पर किए गए गोलमाल का खामियाजा इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों को भी भुगतना पड़ रहा है। गुरूवार को भी खंभों में करंट उतरने व तार टूटने की घटनाओं में एक दर्जन गौवंश की जान चली गई। एक तरफ सिविल लाइन थाना अंतर्गत पौराणिक टोला में कमिश्नर बंगले के पास लगे लोहे के खंभे में करंट उतर आया, जिसके संपर्क में आने से 2 गायों की मौत हो गई। वहीं कोलगवां थाना क्षेत्र के भरहुत नगर स्थित दुर्गा पार्क के पीछे स्थित बिजली के खंभे में करंट फैल गया था, जिसकी चपेट में आने से एक गाय की जान चली गई तो स्थानीय रहवासियों के द्वारा सप्लाई रूकवाकर दूसरी गाय की जान बचा ली गई।

तीसरी घटना मर्यादपुर में घटी जहां विद्युत तार टूटकर जमीन पर गिर गई थी, जिसमें फंसने से 8 गाय काल के गाल में समा गईं। विद्युत अमले की लापरवाही के चलते रामजी पांडेय, बाबूलाल वैश, त्रिभुवन द्विवेदी, तीरथ पांडेय, रामनिवास विश्वकर्मा समेत तीन अन्य किसानों को अपने पालतू मवेशियों से हाथ धोना पड़ा। यह घटना गुरूवार सुबह 9 बजे सामने आई, कुछ अन्य स्थानों पर भी बिजली के खंभों में करंट उतरने व तार टूटने की घटनाएं हुई पर गनीमत रही कि जनहानि नहीं हुई।

 

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