जिन्हें भ्रष्ट कहा अब उन्हें पार्टी में शामिल करना गलत : खडसे

जिन्हें भ्रष्ट कहा अब उन्हें पार्टी में शामिल करना गलत : खडसे

Anita Peddulwar
Update: 2019-08-17 14:06 GMT
जिन्हें भ्रष्ट कहा अब उन्हें पार्टी में शामिल करना गलत : खडसे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वरिष्ठ भाजपा नेता एकनाथ खडसे ने भाजपा में विपक्षी दलों के नेताओं की भर्ती पर यह कह कर एतराज जताया है कि जिन नेताओं के खिलाफ भाजपा कभी भ्रष्टाचार के आरोप लगाती थी, उन्हें भगवा पार्टी में शामिल करना सही नहीं है। पूर्व मंत्री ने शनिवार को कहा कि भाजपा अन्य दलों से अलग पार्टी के रूप में जानी जाती है और इस छवि को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के राधाकृष्ण विखे पाटिल और कालिदास कोलम्बकर तथा राकांपा विधायक शिवेंद्रसिंह भोंसले, संदीप नायक और वैभव पिचड सहित कई नेता हाल में भाजपा में शामिल हुए हैं। खडसे ने एक मराठी न्यूज चैनल से कहा कि नितिन गडकरी ने भाजपा में नेताओं के आने का तांता लगने के बारे में एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा सत्ता में है और इसलिए कई लोग इसमें शामिल हो रहे हैं। उन्होंने गडकरी के बयान का हवाला देते हुए कहा कि जो लोग निजी स्वार्थों के साथ भगवा पार्टी में शामिल हो रहे हैं, वे इसके सत्ता से बाहर होने पर पार्टी छोड़ कर चले जाएंगे। खडसे ने कहा कि मैं गडकरी के बयान से सहमत हूं। मैं भी भाजपा में अच्छे लोगों के शामिल होने के पक्ष में हूं। अन्यथा पार्टी का विस्तार नहीं होगा। लेकिन उन लोगों को शामिल करना नुकसानदेह होगा, जिनके खिलाफ हमने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए या जिन्होंने हम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे। विधानसभा चुनाव लड़ने की बाबत उन्होंने कहा कि मैं फिर से अपनी सीट (मुक्ताई नगर) मांगूगा। पार्टी ने यदि मुझे टिकट दिया तो मैं चुनाव लडूंगा। 

अब सरपंच-उपसरपंच को ऑनलाइन मिलेगा मानधन

अब सरपंचों को अपने मानधन के लिए चक्कर नहीं लगाने होंगे।  ग्राम पंचायतों के कर्मचारियों के वेतन की तरह सरपंचों व उप सरपंचों का मानधन भी सीधे उनके बैंक खाते में जमा हो जाएगा। ग्राम विकास विभाग के इस फैसला का लाभ राज्य के 28 हजार ग्राम पंचायतों के 56 हजार सरपंच और उप सरपंचों को मिलेगा। हाल ही में राज्य सरकार ने महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के निमित्त ग्राम पंचायतों के सरपंच का मानधन बढ़ाया गया है साथ ही उप सरपंचों को भी मानधन देने की घोषणा की गयी है। वर्ष 2019-20 आर्थिक वर्ष में इसके लिए 200 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। सरपंचों और उप सरपंचों को तय मानधन समय पर पहुंचाने के लिए ग्राम विकास विभाग प्रयत्नशील है। इसी प्रणाली से सरपंच व उपसरपंच की सदस्य बैठक भत्ता भी सीधे सरपंचों और उपसरपंचों के बैंक खातों में जमा की जायेगी। 

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